Biranpur violence: दंगे में हुई थी 22 साल के भुनेश्वर साहू की हत्या, अब हत्यारों को पकड़ेगी सीबीआई
वन विभाग से लगाई हाथियों से सुरक्षा की गुहार
यहां के हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हाथियों के डर की वजह से ही ग्रामीण भय के साथ में रहने को मजबूर हैं। लोकतंत्र का महापर्व में बढ़-चढ़ कर ग्रामीण हिस्सा तो लेना चाहते है, लेकिन ग्रामीणों को मतदान बूथ तक जाने के लिए इन हाथियों का डर सता रहा है, कि कहीं मतदान के लिए निकलने के दौरान उनका सामना हाथियों से ना हो जाए। ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है।
एसडीओ फॉरेस्ट आकांक्षा लकड़ा का कहना है कि मतदान के दो दिन पूर्व संबंधित वनपरिक्षेत्र के स्टाफ की एक टीम बनाई जाएगी, जो रायगढ़ जिले से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों से लेकर ओडिशा और झारखंड के जशपुर जिले के सर्वाधिक हाथी प्रभावित क्षेत्रों में लगातार मुनादी और गश्ती का काम करेगी। यह टीम हाथियों की करंट लोकेशन से लेकर सभी जानकारी मतदान केंद्रों और मतदान दलों के साथ संबंधित ग्रामीणों से साझा करेंगी और हाथियों के मूवमेंट की तत्काल जानकारी देगी, ताकि सुरक्षा के सारे उपाय किए जा सकें और मतदान का कार्य किसी प्रकार से प्रभावित ना हो सके।