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मतदान 17 नवंबर को है। यह तिथि जैसे जैसे करीब आ रही है, राजनीतिक दल व प्रत्याशी हर घर बस्ती और हर मोहल्ले में पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। इसी के तहत चुनाव से पहले पड़ रहे दिवाली के दौरान आयोजन करने वाली समितियों को भी रिझाने की कोशिशें की जा रही है। हालांकि चुनाव आचार संहिता और खर्च पर बंदिश के डर से इसे गोपनीय रूप में अंजाम दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसके लिए बकायदा वार्डवार आयोजन समितियों की सूची तैयार की गई है। इस सूची के आधार पर प्रत्याशियों से जुड़े नेता समितियों के पदाधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि हर समिति को निश्चित राशि चंदे के रूप में भी पहुंचाई जा रही है।
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पंडाल वहीं, बदल रहे नेताओं के चेहरे
खास बात यह है कि संस्था समितियों के पदाधिकारियों के पास चुनावी मुकाबले में चल रहे नेता एक के बाद एक पहुंच रहे हैं और सहयोग की अपील कर रहे हैं। संगठन के लोग भी मौके का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों दलों के लोगों दिन में घर-घर जाकर संपर्क कर रहे हैं। इस दौरान अलग-अलग समितियों के पदाधिकारियों से छोटी बैठकें भी कर रहे हैं।
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और भी कार्यक्रमों की तैयारी
राजनीतिक दलों द्वारा आमलोगों को रिझाने की जुगत में और भी कार्यक्रम किए जाने की रणनीति तैयार की गई है। इसके लिए राजनैतिक दलों के नेता बूथ स्तर पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दे रहे हैं। बूथ स्तर पर मिलन समारोह की तैयारी कर रहा है। वहीं एन अन्य दल ने समाजों के प्रतिनिधियों को बुलाकर सम्मान समारोह की योजना भी बनाई जा
रही है।