कंपनी द्वारा किए गए झूठे वादे और निवेशकों के बढ़ते दबाव के कारण महिला एजेंट के पति संतोष साहू 50 निवासी दारंग ने गुरुवार को जहर सेवन कर लिया था। उनका इलाज बीडीएम अस्पताल में किया जा रहा था। पीड़ित का बयान नायब तहसीलदार प्रशांत गुप्ता द्वारा लिया गया था। आखिरकार संतोष साहू की मौत हो गई। शुक्रवार को बीडीएम अस्पताल में लोगों की भीड़ जुट गई थी।
फ्लोरा मैक्स कंपनी की महिला एजेंट नीरा साहू ने बताया कि वह 2 साल पहले फ्लोरा मैक्स कंपनी में जुड़ी थी। कंपनी के संचालक अखिलेश सिंह ने कमीशन व अन्य लाभों का लालच देकर उन्हें नेटवर्क में शामिल किया। नीरा ने 30 हजार रुपए शुरुवाती में जमा किया। ज्यादा कमीशन के प्रलोभन में आकर वह 8 अलग-अलग बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से लोन लिया। उन्होंने 380 महिलाओं को अपने चैनल में जोड़ा लेकिन कंपनी ने समय पर किश्तें देना बंद कर दिया। जिससे निवेशकों और बैंक का दबाब बढ़ने लगा।
नीरा साहू के पति संतोष साहू ने कहा कि कंपनी के झूठे वादों ने उनकी आर्थिक स्थिति बर्बाद कर दी। परिवार मानसिक और आर्थिक स्थिति झेल रहा था। इसकी वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ा। अब पुलिस ने फ्लोरा मैक्स के संचालनकर्ता के लिए आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज करेगी।
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