सूखी नहर में गड्ढे खोदकर छुपाया गया शव
नहर के फॉल में दोनों के शवों को गढढे् में डालकर उपर से पास के खेत से धान का पैरा लाकर ढ़क दिए। मृतक के मेाटर सायकल को घटना स्थल से लगभग 2 किमी मुडपार रोड के किनारे तालाब में छिपा दिए। नहर में १२ जनवरी को पानी छोड़े जाने के बाद शव बहने लगा, तब इसका खुलासा हुआ। घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड, पाईप, मोबाईल, पहने अपने-अपने कपड़े को अपने-अपने घर में छिपा दिए।
सीसी टीवी कैमरे ने खोला मौत का राज
मुख्य आरोपी हेमंत बंजारे सहित अन्य नाबालिगों ने बड़ी शातिर तरीके से मौत की घटना को अंजाम दिया। साथ ही पहले से बनाए गए प्लान के अनुसार ही वारदात की गई। घटना को अंजाम देने के दौरान किसी भी आरोपियों के पास मोबाइल नहीं था। सभी अपने-अपने घर में मोबाइल छोड़कर पहुंचे थे। ये भी प्लान का हिस्सा था, क्योंकि अधिकांश घटना मोबाइल से ही पकड़े जाते है। मोबाइल से पुलिस को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली। फिर पुलिस ने सीसी टीवी के हिसाब से जांच शुरू की। गांव में एक दुकान, पेट्रोल पंप व एक मकान के सामने लगे सीसी टीवी खंगाली। इसमें पुलिस को बड़ी सबूत हाथ लगी। फिर साइबर सेल व मुखबिर के हिसाब से आरोपी तक पुलिस पहुंची और मौत का राज खुला। पहले दिन तालाब के पास मृतक के बाइक को छुपाया गया था, दूसरे तालाब अंदर डाला गया।
उद्देश्यों के प्राप्ति के लिए नाबालिग कर रहे गंभीर अपराध
नाबालिगों में सहन शक्ति खत्म हो रही है। अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए किसी भी प्रकार के हिंसा करने के लिए सहज तैयार रहते है। आखिर नाबालिग कौन दिशा में जा रहे यह चितंन का विषय है। एसपी विजय अग्रवाल का कहना है कि बालकों को स्कूल में भी शिक्षकों को इस संबंध में जागरूक करना चाहिए। इस संबंध में पालकों को अपने बच्चों को लगातार संवाद करना चाहिए ताकी उसके मन में जो समस्या है, उसका समाधान हो सके।