पुलिस ऐसे लोगों की फाइल खंगालती है। कुछ आरोपी सजा की डर से पीड़ितों का कुछ रकम वापस करते हैं। लेकिन बहुत से आरोपी लाखों रुपए ठगने के बाद पैसे हजम कर चुके होते हैं। पत्रिका ने बीते 8 माह में संपत्ती संबंधित चारसौबीसी की पड़ताल की तो चौकाने वाला मामला सामने आया। जिसमें 2 करोड़ रुपए की ठगी का शिकार हुए हैं।
अकलतरा नगर के मेवाड़ कुल्फी वाला के संचालक लक्ष्मण कुमावत के पास एक अनजान नंबर से फोन आया। उसने अपने आप को सेना का जवान बताया। इसके बाद कहा कि केसला में सेना का एक बड़ा कार्यक्रम होना है। बड़ा काम आप आइसक्रीम का कर सकते हो क्या। इसके बाद उन्होंने लक्ष्मण को ऑनलाइन 1 रुपए ट्रांसफर करने की बात कही। लक्ष्मण कुमावत ने 1 रुपए फोन-पे के माध्यम से ट्रांसफर कर दिया। इसके कुछ घंटे के बाद लक्ष्मण के खाते से बड़ी रकम कट गया। उसके बाद फ्रॉड फोन उठाना ही बंद कर दिया।
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सबसे अधिक ऑनलाइन ठगी
जिले में सबसे अधिक ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। अज्ञात नंबर से फोन आता है कि आपकी लाटरी लगी है। आपका अकाउंट नंबर दें, आपके खाते में रकम ठाल दी जाएगी। लोग ऐसे ठगों के जाल में फंस जाते हैं। फिर जब उनका अकाउंट खाली हो जाता है तो पुलिस का दरवाजा खटखटाते हैं। पुलिस को भी रिपोर्ट लिखने की मजबूरी होती है। रिपोर्ट लिखने के बाद इसकी जांच करना मजबूरी बन जाती है। केस – 1. अकलतरा नगर के मेवाड़ कुल्फी वाला के संचालक लक्ष्मण कुमावत के पास एक अनजान नंबर से फोन आया। उसने अपने आप को सेना का जवान बताया। इसके बाद कहा कि केसला में सेना का एक बड़ा कार्यक्रम होना है। बड़ा काम आप आइसक्रीम का कर सकते हो क्या। इसके बाद उन्होंने लक्ष्मण को ऑनलाइन 1 रुपए ट्रांसफर करने की बात कही। लक्ष्मण कुमावत ने 1 रुपए फोन-पे के माध्यम से ट्रांसफर कर दिया। इसके कुछ घंटे के बाद लक्ष्मण के खाते से बड़ी रकम कट गया। उसके बाद फ्रॉड फोन उठाना ही बंद कर दिया।
केस – 2. इलेक्ट्रानिक दुकान संचालक चोरिया निवासी नारायण थवाईत की बाराद्वार में इलेक्ट्रिक की दुकान है। वह अपना सामान ऑनलाइन से मंगवाता था। उसका सामान सही समय पर पहुंच जाता था। फिर वह व्यवसायी को फिर से फोन से आर्डर कर दिया। ठग ने उससे ढाई लाख रुपए ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करा लिया फिर सामान भेजा ही नहीं। उसने मामले की रिपोर्ट बाराद्वार थाने में दर्ज कराई। एक साल बाद भी पुलिस ठग तक नहीं पहुंच पाई।
CG Fraud Case: सबसे अधिक कोतवाली थाने में एफआईआर
जांजगीर सिटी कोतवाली में सबसे अधिक ठगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि पढ़े लिखे लोग ही ठगी का शिकार हो जाते हैं। पलक झपकते अधिक रकम के लालच में लोग अपना अकाउंट लंबर दे बैठते हैं फिर वही लोग ठगे जाने के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने थानों का चक्कर काटते हैं। सिटी कोतवाली में ऐसे अधिक मामले सामने आए हैं। जिसमें धारा 420 के अपराधों की पेंडेंसी भी सिटी कोतवाली में अधिक है। जिले के थानों में ठगी की रिपोर्ट दर्ज की जाती है। फिर साइबर सेल टीम के द्वारा ऐसे मामलों की पड़ताल की जाती है। अब तक कितनी रिपोर्ट है यह जानकारी हमारे पास नहीं है। यह जानकारी एसपी आफिस में मिल सकती है।