विधानसभा चुनाव खत्म हो चुका है। प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। अब हर तरफ कयासों का दौर चल रहा है, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ हर प्रत्याशी भी अपनी जीत का दावा कर रहा है। एक भी प्रत्याशी अब तक ऐसा सामने आया है, जिसने खुद को हारा हुआ बताया हो। अब दावे जो भी हो, लेकिन इन सबकी किस्मत 3 दिसंबर को ही खुलेगी। ऐसा लग रहा है कि जीत सबके करीब है और हार 3 दिसंबर तक गले से दूर है। विधानसभ चुनाव हुए एक सप्ताह बीत गए। जांजगीर-चांपा के तीनों विधानसभाओं के 46 प्रत्याशियों के लिए जिले में 4 लाख 77 हजार 285 मतदाताओं ने ईवीएम में बटन दबाकर वोट दिया है। वोटिंग के बाद प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो गई। मतगणना में अभी समय है। इससे पहले हर तरफ कयासों का दौर चल रहा है। पार्टी नेताओं से लेकर आम लोग भी जीत हार के गणित लगाने में लगे हैं। प्रत्याशियों ने भी पोलिंग एजेंटो की रिपोर्ट के आधार पर खुद की जीत तय कर ली।
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प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों का आंकलन अकलतरा: मतदान प्रतिशत 76.21, कुल मतदाता 221964, वोट डाले 169150, महिला 109227, पुरूष 112735 सीट का इतिहास- अकलतरा सीट पहले से कांग्रेस का गढ़ रहा है। हालांकि छत्तीसगढ़ प्रदेश बनने के बाद भाजपा का भी विधायक बनते आ रहे हैं। 2018 में यहां भाजपा जीती। उम्मीदवार के दावे- कांग्रेस प्रत्याशी राघवेन्द्र सिंह का कहना है कि अकलतरा पहले से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस बार कांग्रेस चुनाव जीत रही है। पिछले कार्यकाल में विस क्षेत्र में कोई विकास के कार्य नहीं हुआ है। विस क्षेत्र के लोगों ने इस बार विधायक बदलने का मन पूरा बना दिया है। वहीं भाजपा विधायक सौरभ सिंह का कहना है कि विधायक रहते क्षेत्रवासियों के लिए काम किया है। इसका फायदा मिलेगा। केन्द्र की भाजपा सरकार की योजनाओं का आम लोगों को फायदा मिला है। इस बार भी भाजपा जीत रही है।
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पामगढ़: मतदान प्रतिशत 67.54, कुल मतदाता 220133, वोट डाले 148669, महिला 108451, पुरूष 111679 सीट का इतिहास- इस सीट पर शुरू से ही बसपा का गढ़ रहा है। 2008 में कांग्रेस तो 2013 में भाजपा के बाद फिर से 2018 में फिर से बसपा ने ही जीत दर्ज की है। इसके अलावा अधिकांश में बसपा ने ही जीत दर्ज की है। उम्मीदवार के दावे- कांग्रेस प्रत्याशी शेषराज हरवंश का कहना है कि पोलिंग बूथ का गणना नहीं किए है, लेकिन इस बार कांग्रेस ही चुनाव जीत रही है। राज्य सरकार की हर योजनाओं का आम लोगों को लाभ मिला है। इसी तरह बसपा विधायक इंदू बंजारे का कहना है कि इस बार भी बसपा जीत रही है। पामगढ़ विस क्षेत्र बसपा का गढ़ रहा है, इसका फायदा मिलेगा।
जांजगीर: मतदान प्रतिशत 75.11, कुल मतदाता 212297, वोट डाले 159466, महिला 104631, पुरूष 107653 सीट का इतिहास- यह पहले पहले चांपा विस सीट था, उस समय भी कांग्रेस का ही गढ़ रहा है। इसके बाद छत्तीसगढ़ बनने के बाद जांजगीर-चांपा विस सीट से एक बार कांग्रेस तो एक भाजपा जीती है। 2018 में भाजपा ही जीत दर्ज की है।
उम्मीदवार के दावे- कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप का कहना है कि इस बार विस क्षेत्र के लोगों ने नया चेहरे पर भरोसा जताया है। यहां एक प्रत्याशी से जनता ऊब चुकी थी। इसका फायदा मिलेगा। पोलिंग बूथ के गणना के अनुसार चांपा व जांजगीर में लीड के साथ 5 हजार से अधिक से जीत दर्ज कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी व समर्थकों का कहना है कि विधायक रहते क्षेत्र में लगातार विकास के कार्य किया गया है। आम लोगों को फायदा मिला है। इसलिए इस बार भी भाजपा जीत रही है।