18 बार कीमोथैरेपी हो चुकी
अनिता ने जोधपुर ने सरकारी उपचार के साथ साथ निजी अस्पताल में भी जांच करवाई है। अब तक 18 बार कीमोथैरेपी भी हो चुकी है। कैंसर का अंतिम स्टेज (मेटा स्टेटिक्स) है। जिसमें पूरे शरीर में कैंसर फैल चुका है। लंग्स भी 70 प्रतिशत तक इंफेक्टेट हो चुके हैं। इस गंभीर स्थिति में भी अनिता चिंतित नहीं है। सहज रूप से कहती हैं अभी बहुत से सेवा कार्य शेष है, उन्हें पूरा किए बिना मैं दुनिया को अलविदा नहीं कहूंगी।
अनिता ने जोधपुर ने सरकारी उपचार के साथ साथ निजी अस्पताल में भी जांच करवाई है। अब तक 18 बार कीमोथैरेपी भी हो चुकी है। कैंसर का अंतिम स्टेज (मेटा स्टेटिक्स) है। जिसमें पूरे शरीर में कैंसर फैल चुका है। लंग्स भी 70 प्रतिशत तक इंफेक्टेट हो चुके हैं। इस गंभीर स्थिति में भी अनिता चिंतित नहीं है। सहज रूप से कहती हैं अभी बहुत से सेवा कार्य शेष है, उन्हें पूरा किए बिना मैं दुनिया को अलविदा नहीं कहूंगी।
55 बार रक्तदान कर चुकी
युवा अवस्था से ही एएनएम अनिता को सेवा कार्य करने का जुनून रहा। रक्तदान को उन्होंने इसका माध्यम बनाया। कैंसर पीड़ित होने से पहले 2017 तक 55 बार रक्तदान कर चुकी है। इस जन सेवा के कार्य के कारण उन्हें राज्य स्तर पर 2 बार और जिला मुख्यालय पर दर्जनभर बार सम्मानित किया जा चुका है।
युवा अवस्था से ही एएनएम अनिता को सेवा कार्य करने का जुनून रहा। रक्तदान को उन्होंने इसका माध्यम बनाया। कैंसर पीड़ित होने से पहले 2017 तक 55 बार रक्तदान कर चुकी है। इस जन सेवा के कार्य के कारण उन्हें राज्य स्तर पर 2 बार और जिला मुख्यालय पर दर्जनभर बार सम्मानित किया जा चुका है।