आयोग ने दिशानिर्देशों का उल्लंघन माना:
एनएचआरसी ने नोटिस में कहा है कि जालौन पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हिरासत में हुई मौत की सूचना नहीं दी, जो कि आयोग के स्थायी दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। आयोग ने पुलिस अधीक्षक को एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है कि सूचना में देरी क्यों हुई।
मृतक के परिवार के सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया:
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, घटना को छिपाने के प्रयास में, मृतक के परिवार के सदस्यों को भी अवैध रूप से पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया था। आयोग ने इस घटना को गंभीर मानते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जांच जारी:
इस मामले में जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। प्रभारी पुलिस अधीक्षक ने डकोर इंस्पेक्टर और एसओजी प्रभारी को लाइन हाजिर कर एक एसआईटी भी गठित की है जो मामले की जांच कर रही है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘अभी नोटिस नहीं मिला है’
प्रभारी एसपी प्रदीप कुमार वर्मा ने कहा है कि उन्हें अभी तक नोटिस मिलने की जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नए एसपी के आने पर जो भी उचित होगा, वह जानकारी दी जाएगी।