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जैसलमेर

बारिश ने सब्जी के भावों में लगाई ‘आग’

बरसाती सीजन शुरू होते ही आम आदमी की थाली पर बढ़े हुए भावों का हमला हो गया है। जैसलमेर के बाजार में प्रत्येक सब्जी इन दिनों महंगी हो गई है।

जैसलमेरJul 04, 2024 / 08:22 pm

Deepak Vyas

jsm news
बरसाती सीजन शुरू होते ही आम आदमी की थाली पर बढ़े हुए भावों का हमला हो गया है। जैसलमेर के बाजार में प्रत्येक सब्जी इन दिनों महंगी हो गई है। सबसे ज्यादा बिकने वाले आलू-प्याज के दाम तो हालिया बीते दिनों की तुलना में दोगुने तक हो चुके हैं और ये दोनों सब्जियां रिटेल के बाजार में 40 से 50 रुपए प्रति किलो के भाव में बेची जा रही है। हरा धनिया तो 200 रुपए प्रति किलो या उससे भी ज्यादा और इतने ही भावों में अदरक बिक रही है। तेज गर्मी और ऊपर से मानसूनी बारिश की वजह से सब्जी बाजार में मांग की तुलना में आपूर्ति कम होने से भावों में उछाल आया है। आगामी कुछ दिनों तक यही स्थितियां रहने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। सब्जियों के भावों में तेजी के कारण आम आदमी की रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है। यही कारण है कि थाली में हरी और सीजन सब्जी की जगह दाल व घरों में तैयार होने वाली सब्जियां ले रही हैं।

जोधपुर-अहमदाबाद से आती हैं सब्जियां

जैसलमेर के बाजार में सब्जी जोधपुर और अहमदाबाद से मुख्यत: पहुंचती हैं। स्थानीय स्तर पर सब्जी का उत्पादन नगण्य मात्रा में होता है। भिंडी, करेला, टिंडा, गवार फली, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, लौकी, अरबी, तुरई, टमाटर व अन्य सब्जियां गुजरात से मुख्य रूप से आ रही हैं। प्रदेश में मौजूदा समय में बैंगन व कद्दू की ऊपज हो रही है। इसी तरह से हरी मिर्च भी गुजरात से लाई जा रही है। इस वजह से उसके भावों में भारी तेजी है। हरी मिर्च इन दिनों 80 से 120 रुपए प्रति किलो तक बेची जा रही है। कमोबेश यही स्थिति शिमला मिर्च के भावों का है। भीषण गर्मी से राजस्थान में टमाटर की फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है। लिहाजा वह भी ज्यादातर बाहर से मंगवाया जा रहा है और उसके भावों में भी खासी तेजी है।

इन भावों में बिक रही सब्जियां

आलू – 40 से 50 रुपए किलो
प्याज – 40 से 50 रुपए किलो
टमाटर – 80 से 90 रुपए किलो
हरी मिर्ची – 90 से 100 रुपए किलो
पालक – 60 से 70 रुपए किलो
भिंडी – 40 से 50 रुपए किलो
शिमला मिर्च – 90 से 110 रुपए किलो
अदरक – 200 रुपए किलो
लहसुन – 250 रुपए किलो
लौकी – 40 से 50 रुपए किलो
नींबू – 100 रुपए किलो
ककड़ी – 50 से 60 रुपए किलो
फूल गोभी – 50 से 60 रुपए किलो
करेला – 40 से 50 रुपए किलो

बिगड़ रहा घरेलू बजट

सब्जियों के दामों में इस कदर तेजी के कारण घर का बजट बिगड़ रहा है। सब्जी भोजन का अनिवार्य तत्व है और उसके दाम लगभग दोगुने हो जाने से मुश्किलें पेश आ रही हैं।
  • सरोज देवी, गृहिणी
    मांग की तुलना में आवक कम
  • तेज गर्मी और बरसात की वजह से मंडी में सब्जियों की आवक कम हो रही है। मांग ज्यादा है। इस वजह से सब्जियों के भाव बढ़े हुए हैं। आगामी कुछ समय तक स्थितियां यही रहने वाली हैं। जैसलमेर में स्थानीय स्तर पर सब्जियों का उत्पादन नहीं के बराबर होता है। अधिकांश माल जोधपुर व अहमदाबाद से आता है।
  • अजय माली, थोक विक्रेता

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