केबिन व अन्य कब्जे हटाए
गौरतलब है कि गड़ीसर सरोवर पर केबिनों व ठेलों की वजह से वहां का पूरा इलाका बहुत संकरा हो गया था। नगरपरिषद के दस्ते ने अभियान की कड़ी में शुक्रवार दिन में भारी लाव-लश्कर के साथ वहां पहुंच कर कार्रवाई को अंजाम दिया। यहां से दस्ते ने केबिनें व हाथ ठेलों को ट्रेक्टर में लाद कर हटवाया। दस्ते ने रेलवे स्टेशन के बाहर से भी कब्जे हटवाए। कब्जे हटाने के बाद संबंधित जगहों की सफाई करवाई गई। राजस्व अधिकारी पवन कुमार ने बताया कि लोग शहर भर में रखे अवैध केबिनों आदि को स्वत: हटा लें अन्यथा परिषद उन्हें हटवाएगी और जब्ती की कार्रवाई करेगी।
इधर मुस्लिम समाज ने कार्रवाई का किया विरोध
जैसलमेर नगरपरिषद की ओर से शहर में अवैध कब्जे हटाए जाने की कार्रवाइयों के बीच बाड़मेर मार्ग पर बनाए गए आयरन वर्क वालों को नोटिस दिए जाने को लेकर मुस्लिम समाज ने विरोध के स्वर मुखर कर दिए। शुक्रवार सुबह वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष नवाबुद्दीन खां और मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष मठार खां के नेतृत्व में इस वक्र्स स्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। उन्होंने इस जगह को वक्फ सम्पत्ति बताते हुए परिषद की कार्रवाई का विरोध किया। पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर भी बाद में वहां पहुंचे और की जा रही कार्रवाई को अनुचित बताया। दूसरी तरफ इस मामले में परिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा ने बताया कि विरोध करने वालों को गलतफहमी हो गई कि नगरपरिषद का दस्ता शुक्रवार को इस आयरन वक्र्स के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंच रहा है जबकि ऐसी हमारी कोई योजना नहीं थी। उन्होंने बताया कि गत दिनों आयरन वक्र्स वालों को यहां पर ढांचा खड़ा कर व्यापार करने के संबंध में नोटिस देकर जवाब मांगा गया था। आयुक्त के अनुसार उनकी तरफ से जांच करवाई जा रही है कि यह जमीन वक्फ की है अथवा नहीं? अगर जमीन वक्फ की है तो इसका वाणिज्यिक उपयोग करने के लिए भू रूपांतरण करवाया गया है या नहीं? साथ ही रिकॉर्ड के अनुसार वक्फ सम्पत्ति की पैमाइश करवाई जा रही है। संबंधित अभियंता उन्हें जल्द ही रिपोर्ट सौंपेंगे। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।