फील्ड में नजर आए आधा दर्जन अंडे
जानकारी के अनुसार डीएनपी के सुदासरी और रामदेवरा फील्ड में अभी तक लुप्तप्राय: और दुर्लभ श्रेणी में शामिल ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (गोडावण) के 6 अंडे देखे गए हैं। इनमें से ब्रीडिंग सेंटर में हैचिंग के लिए अभी तक एक ही अंडा उठाया गया है। शेष पांच अंडों को प्राकृतिक ढंग से चूजों के जन्म लेने के लिए रखने दिया गया है। इन अंडों की डीएनपी के फील्ड स्टाफ की ओर से मोनेटरिंग की जा रही है। बताया जाता है कि जब मादा गोडावण अंडों को सेती है तब दिन में कम से कम दो-तीन बाद पानी पीने के लिए उन्हें छोड़ जाती हैं, उस समय वहीं आसपास टेंट लगाकर या पेड़ की छांव में बैठने वाला फील्ड कार्मिक अंडे की निगरानी करता है ताकि अंडे को जंगल में बिल्ली या लोमड़ी आदि कोई नुकसान न पहुंचा सके। जानकारों के अनुसार प्राकृतिक रूप से एक अंडे से चूजा निकलने में 25 से 30 दिन का समय लगता है वहीं ब्रीडिंग सेंटर में यह प्रक्रिया 20-22 दिन में पूरी हो जाती है।