सडक़ के बीचोबीच बैठे धरने पर
इससे पहले शुक्रवार को दिन में पुलिस के बल प्रयोग के विरोध और युवती को उसके परिवार को सौंपे जाने की मांग को लेकर कई लोग पूर्व विधायक भाटी के नेतृत्व में शहर कोतवाली के सामने मुख्य सडक़ पर धरना लगा कर बैठ गए। आनन-फानन में वहां बिछायत की गई और कूलर लगाए गए। खासी देर तक प्रशासन व पुलिस के अधिकारी धरनार्थियों को समझाइश का प्रयास करते रहे। आखिरकार तडक़े से पहले करीब 3 बजे लाठीचार्ज की पुलिसिया कार्रवाई की जांच करवाने का आश्वासन दिया गया, तब धरना उठाया गया। तब तक शुक्रवार देर शाम से धरना चलने तक पंचायत समिति सम चौराहा से हनुमान चौराहा तक आने वाले मार्ग पर बैरिकेड लगाकर उस पर यातायात रोका गया। गौरतलब है कि यह सारा विवाद शहर से एक युवक-युवती के घर से भागने के बाद उत्पन्न हुआ। शुक्रवार को वे दोनों पुलिस कोतवाली में पेश होने के लिए आने वाले थे। इस पर युवती पक्ष के लोग सुबह से कोतवाली के सामने जुट गए। बाद में उन्होंने कोतवाली के मुख्य द्वार पर जोर-शोर से नारेबाजी शुरू कर दी। वहां से भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसके विरोध में नाराज युवकों ने पुलिस पर पत्थर बरसा दिए थे। पुलिस की इस कार्रवाई का पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी ने विरोध किया और वहीं पर धरना लगाने का ऐलान कर दिया। शनिवार को इस मामले में शांति बनी रही।