जेडीए अभियंताओं के अनुसार, इस डबल डेकर परियोजना में ऊपर मेट्रो कॉरिडोर और नीचे वाहनों के लिए एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा। परियोजना में दो-तीन जगहों पर एलिवेटेड रोड को नीचे फ्लेयर (पाया) से उतारा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पहले जेएलएन मार्ग पर एलिवेटेड रोड का प्रस्ताव था, लेकिन इसे अब टोंक रोड पर शिफ्ट किया जाएगा। दरअसल सरकार नहीं चाहती कि जेएलएन मार्ग की सुंदरता पर असर पड़े। इसके साथ ही वहां ट्रैफिक दबाव भी अपेक्षाकृत कम है। बता दें कि
जयपुर में अभी अजमेर रोड पर सोडाला तिराहे से मिशन कंपाउंड तक पहली डबल डेकर सड़क बनाई गई है।
अन्य प्रोजेक्ट्स पर भी काम
सांगानेर में प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को मालपुरा गेट तक लाने और रेलवे स्टेशन पर जाम से बचाने की योजना पर भी कार्य जारी है। सड़क से अतिक्रमण भी हटाए जाएंगे। पीवीसी कर्नल होशियारसिंह मार्ग और सिरसी रोड को मास्टर प्लान के अनुसार चौड़ा करने की योजना है। यदि ये सड़कें चौड़ी हो जाती हैं, तो एलिवेटेड रोड की आवश्यकता घट सकती है क्योंकि दोनों ही सड़कें सौ से दो सौ फीट चौड़ी हैं। बजट में जो घोषणाएं हुई हैं उनकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का काम चल रहा है। किस प्रोजेक्ट में क्या दिक्कत आ रही है, उसको दूर करने के निर्देश दिए हैं। सभी प्रोजेक्ट में अंतिम निर्णय बाकी है। ट्रैफिक दबाव कम करने के लिए कुछ नए विकल्प देखे हैं।