जयपुर

Dry Fruits: सर्दी बढ़ने के साथ ही बढ़ने लगे ड्राई फ्रूट के दाम

सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। काजू, बादाम, अंजीर, केसर, खूबानी, किशमिश और अन्य मेवों की डिमांड बढ़ने लगी है। चांदपोल बाजार स्थित दीनानाथ की गली में आजकल लोगों की चहल—पहल बढ़ गई है। यह बाजार ड्राई फ्रूट के बड़े थोक बाजार आता है।

जयपुरNov 18, 2022 / 12:37 pm

Narendra Singh Solanki

Dry Fruits: सर्दी बढ़ने के साथ ही बढ़ने लगे ड्राई फ्रूट के दाम

सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। काजू, बादाम, अंजीर, केसर, खूबानी, किशमिश और अन्य मेवों की डिमांड बढ़ने लगी है। चांदपोल बाजार स्थित दीनानाथ की गली में आजकल लोगों की चहल—पहल बढ़ गई है। यह बाजार ड्राई फ्रूट के बड़े थोक बाजार आता है। इन दिनों अमरिकन बादाम गिरी 750 से 1000 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है, जबकि यहां रिटेल भाव में 625 से 650 रुपए प्रति किलो चल रहे हैं। पिदले साल के मुकाबले बादाम गिरी वर्तमान में काफी सस्ती है। पिछले साल इन्हीं दिनों में अमेरिकन बादम गिरी थोक में 1000 रुपए प्रति किलो को पार कर गई थी। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित ड्राई फ्रूट व्यापारियों का कहना है कि थोक में अमेरिकन बादाम गिरी वर्तमान में 590 से 600 रुपए प्रति किलो बिक रही है। इसी प्रकार इंडिपेंडेंट बादाम गिरी का थोक भाव 535 से 550 रुपए प्रति किलो चल रहा है। अधिकांश बादाम कैलिफोर्निया (अमेरिका) से ही आ रहा है। अधिकृत आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में प्रति वर्ष 20 लाख टन बादाम का उत्पादन होता है। इसी प्रकार 2.2 लाख टन की पैदावार के साथ स्पेन दूसरे स्थान पर है। हाजिर में माल की कमी को देखते हुए भविष्य में अमेरिकन बादाम गिरी की कीमतों में मंदी के आसार नहीं हैं। आपको बता दे, पिछले साल अफगानिस्तान से भारत के साथ सदियों पुराने रिस्ते पर तालिबानी कब्जे के साथ ही भारत और उनके साथ हो रहे व्यापार पर सीधा असर पड़ा है। यहीं कारण रहा कि पिछले साल ड्राई फ्रूट की कीमतों में करीब 50 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई थी।
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भारत काजू का सबसे बड़ा प्रोसेसर देश
भारत दुनिया में काजू का सबसे बड़ा प्रोसेसर देश है। यहां काजू का उत्पादन भी बंपर होता है, मगर दुनिया में दूसरा स्थान है। कच्चा काजू पैदा करने में भारत दूसरे स्थान पर है। पहले पर आइवरी कोस्ट का नाम आता है। काजू के प्रोसेसिंग में भारत का पहला स्थान है। देश में पश्चिमी और पूर्वी तटीय इलाकों में इसकी पैदावार सबसे ज्यादा होती है। प्रोसेसिंग के साथ-साथ भारत काजू की खपत में भी पहला स्थान रखता है। एक अधिकारिक अनुमान के मुताबिक भारत में वर्ष 2020-21 में काजू का उत्पादन 6 लाख 91 हजार टन हुआ, जबकि उससे पहले वर्ष में 7 लाख 42 हजार टन काजू की पैदावार हुई थी।

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