साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम कमजोर
बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के असर से बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण प्रदेश के दक्षिण पूर्व और पश्चिमी जिलों में मानसून विदा होने से पहले फिर से सक्रिय हुआ। पिछले 3 दिनों में हाड़ौती अंचल में सर्वाधिक सक्रियता रहने पर मेघ जमकर मेहरबान हुए। हालांकि अब कम दबाव का क्षेत्र सुस्त पड़ने लगा है और अगले 24 घंटे बाद प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का दौर कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान है।
बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के असर से बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण प्रदेश के दक्षिण पूर्व और पश्चिमी जिलों में मानसून विदा होने से पहले फिर से सक्रिय हुआ। पिछले 3 दिनों में हाड़ौती अंचल में सर्वाधिक सक्रियता रहने पर मेघ जमकर मेहरबान हुए। हालांकि अब कम दबाव का क्षेत्र सुस्त पड़ने लगा है और अगले 24 घंटे बाद प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का दौर कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान है।
बांध छलके, कोटा बैराज के 13 गेट खुले
हाड़ौती में चम्बल के बांधों में पानी की जबरदस्त आवक दर्ज हुई है। कोटा बैराज के 13 गेट खुले हैं और प्रति सैकंड ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी की निकासी हो रही है। जवाहर सागर के 6 और राणाप्रताप सागर के 5 गेट खोलकर पानी की निकासी लगातार हो रही है। गांधी सागर बांध के 5 बड़े और 7 छोटे गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है।
हाड़ौती में चम्बल के बांधों में पानी की जबरदस्त आवक दर्ज हुई है। कोटा बैराज के 13 गेट खुले हैं और प्रति सैकंड ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी की निकासी हो रही है। जवाहर सागर के 6 और राणाप्रताप सागर के 5 गेट खोलकर पानी की निकासी लगातार हो रही है। गांधी सागर बांध के 5 बड़े और 7 छोटे गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है।
बीसलपुर बांध का एक सेमी बढ़ा जलस्तर
पिछले 24 घंटे में सहायक नदियों में पानी का बहाव तेज होने पर जयपुर, टोंक और अजमेर जिले के मुख्य पेयजल स्त्रोत बीसलपुर बांध में भी पानी की आवक दर्ज की गई। बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर बढ़कर 313.75 आरएल मीटर दर्ज किया गया। त्रिवेणी नदी में पानी का बहाव अभी 2.60 मीटर उंचाई पर है और आगामी दिनों में भी नदी से बांध में पानी की आवक जारी रहने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटे में सहायक नदियों में पानी का बहाव तेज होने पर जयपुर, टोंक और अजमेर जिले के मुख्य पेयजल स्त्रोत बीसलपुर बांध में भी पानी की आवक दर्ज की गई। बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर बढ़कर 313.75 आरएल मीटर दर्ज किया गया। त्रिवेणी नदी में पानी का बहाव अभी 2.60 मीटर उंचाई पर है और आगामी दिनों में भी नदी से बांध में पानी की आवक जारी रहने की उम्मीद है।
कल से बारिश में कमी संभव
प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में कम वायुदाब का क्षेत्र कमजोर पड़ने लगा है। परिसंचरण तंत्र अगले 24 घंटे दक्षिण पश्चिमी जिलों की ओर बढ़ने पर बाड़मेर,जालोर और जैसलमेर के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। कल से प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश का दौर सुस्त पड़ने पर मौसम शुष्क रहने की आशंका है।
प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में कम वायुदाब का क्षेत्र कमजोर पड़ने लगा है। परिसंचरण तंत्र अगले 24 घंटे दक्षिण पश्चिमी जिलों की ओर बढ़ने पर बाड़मेर,जालोर और जैसलमेर के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। कल से प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश का दौर सुस्त पड़ने पर मौसम शुष्क रहने की आशंका है।