जलदाय विभाग के अधिकारियों की मानें तो शहर में अवैध कनेक्शनों के चलते लाखों लीटर पानी ‘बर्बाद’ हो रहा है। इसे रोकने और लोगों को पानी कनेक्शन जारी करने के लिए विभाग ने अवैध कनेक्शनों को चिह्नित करने का काम शुरू कर रखा है। इसके साथ ही आज से पानी के अवैध कनेक्शन हटाने का काम भी शुरू कर दिया है।
डिवीजन पर एक—एक विशेष टीम
जलदाय विभाग ने हर डिवीजन पर एक—एक विशेष टीम बनाई है यानी आठ डिवीजनों में 8 विशेष टीमें बनाई गई है। प्रथम चरण में यह टीम अवैध कनेक्शनों को हटाने और लोगों को पानी के कनेक्शन लेने के लिए समझाइश कर रही है। इस दौरान अवैध कनेक्शनों को हटाने की कार्रवाई भी की जाएगी। हालांकि जिन लोगों ने पानी के कनेक्शन के लिए आवदेन कर रखा है, उनके कनेक्शन नहीं हटाए जाएंगे।
सर्वे कार्य भी रहेगा जारी
जलदाय विभाग ने राजधानी में सभी डिवीजनों से पानी के अवैध कनेक्शनों की रिर्पोट तैयार करवाई जा रही है। इसके लिए सभी डिवीजनों में सर्वे कार्य चल रहा है। इसमें सभी डिवीजनों में इंजीनियर्स घर—घर अवैध कनेक्शन की सूची तैयार करने में लगे हुए है। यह सर्वे कार्य अभियान के दौरान भी जारी रहेगा।
अभियान के दौरान यहां फोकस
अभियान के दौरान जलदाय विभाग का मुख्य फोकस शहर के खोहनागोरियान, जगतपुरा, आमेर व जामड़ोली क्षेत्र के अलावा पृथ्वीराज नगर आदि में रहेगा। इन क्षेत्रों को हाल ही में बीसलपुर पेयजल प्रोजेक्ट से जोड़ा गया है। यहां बीसलपुर पानी पहुंचने से लोगों ने बड़ी संख्या में अवैध नल कनेक्शन कर लिए है, जिससे लाखों लीटर पानी चोरी हो रहा हैै। इससे शहर में पानी की किल्लत बनी हुई है। विभाग को राजस्व का चूना भी लग रहा है।
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घर बैठे करें ऑनलाइन आवेदन
जलदाय विभाग के जयपुर क्षेत्र द्वितीय के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय सिंह राठौड़ का कहना है कि पानी के अवैध कनेक्शन करने वालों से समझाइश कर रहे है। इसके साथ ही पानी के कनेक्शन जारी करने के लिए सभी एईएन को निर्देश जारी कर रखे हैं, लोग भी ऑनलाइन आवेदन कर पानी के कनेक्शन ले सकते है। जिन लोगों ने आवेदन कर रखा है, उनके कनेक्शन नहीं हटाए जाएंगे। बाकि कनेक्शन हटाने की कार्रवाई की जाएगी।