दरअसल सीकर के मनीष, उनकी पत्नी अनिता, मनीष का छोटा भाई सतीश और उसकी पत्नी पूनम, बुआ संतोष और मनीश का दोस्त कैलाश नई कार में सवार थे। सभी सीकर के ही रहने वाले थे। कार में मनीष का नौ साल का बेटा मनन और पांच साल की बेटी दीपाली भी थे। मनीष अपनी मां को भी साथ ले जाना चाहते थे लेकिन मां ने मना कर दिया था। अब मां ही घर में अकेली बची है। साथ में दो छोटे बच्चे हैं जिनकी उम्र पांच और नौ साल है। दोनो को ही पता नही कि माता- पिता कहां चले गए हैं। दोनो भी घायल हैं। दोनो को किसी अनिष्ट का डर जरूर है।
सीकर से रविवार सवेरे सवाई माधोपुर जिले मेंं स्थित रणथंभोर गणेश जी के दर्शन करने आ रहे परिवार की कार को दिल्ली मुबई एक्सप्रेस हाइवे पर अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। कार पूरी तरह से नष्ट हो गई थी। कार में सवार आठ में से छह लोगों की मौत हो गई। दोनो बच्चे जयपुर में एसएमएस अस्पताल में भर्ती रहे। अब पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत एक साथ हो गई।