इन्हीं से हुआ था डायनासोर का खात्मा
अंतरराष्ट्रीय उल्का संगठन ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, ‘चांद के करीब बेहद चमकीली रोशनी देखी गई। उल्कापिंड एक मीटर व्यास का था। यह पृथ्वी के लिए खतरा नहीं था।’ डायनासोर का खात्मा पृथ्वी पर उल्कापिंड गिरने से हुआ था। इसलिए खगोलविद उल्कापिंड का पता लगाने और उनसे बचने के तरीकों पर लगातार शोध कर रहे हैं।
पूर्व सूचना वाला सातवां उल्कापिंड
उल्कापिंड का पता लगाने की क्षमताओं का काफी विकास हुआ है। सीएक्स-1 ऐसा सातवां उल्कापिंड है, जिसके बारे में पृथ्वी पर टकराने से पहले ही पता चल गया था। पिछली बार 19 नवंबर, 2022 को कनाडा के टोरंटो में उल्कापिंड गिरा था। इसके बारे में चार घंटे पहले अलर्ट जारी किया गया था।