माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद पूरा परिवार खुश था। पल भर में सब खत्म हो गया। पिता रामलाल यह कहते हुए रोने लगे। उनके आंखों से झर-झर आंसू बह रहे थे और रिश्तेदार उन्हें चुप कराने में लगे हुए थे। जम्मू में 9 जून की रात हुए आतंकी हमले में मुरलीपुरा के अजमेरा कॉलोनी में रहने वाले पवन सैनी (30) गम्भीर रूप से घायल हो गए, जबकि उसकी पत्नी पूजा सैनी (25), पुत्र लिवांश (2) चाचा ससुर राजेन्द्र और चाची ममता सैनी की मौत हो गई।
पवन ने पिता से कहा कि पत्नी और बेटे दोनों को मार डाला
पवन के पिता रामलाल सैनी ने बताया कि रविवार रात 9 बजे वह खाना खाने के बाद टीवी देख रहे थे। इसी दौरान पवन का फोन आया कि पूजा और लिवांश को आंतकियों ने मार डाला है। इतना सुनते ही उनके पैरों की जमीन खिसक गई। उन्होंने रोते हुए पूरे परिवार को बात बताई तो घर में कोहराम मच गया। दुबारा फोन करने पर सीआरपीएफ के जवान ने बताया कि पवन तो ठीक है, लेकिन बहू और बेटा और चाचा ससुर राजेन्द्र और उनकी पत्नी ममता की मौत हो चुकी है।
अब उसी ट्रेन से आएंगे शव
दो सप्ताह बाद 24 जून को लिवांश उर्फ किट्टू दो साल का होने वाला था। पूजा ने मन्नत मांगी थी कि बेटा होने पर वह मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए जाएगी। दर्शन करने के बाद मंगलवार को जिस ट्रेन से उन्हें जयपुर आना था, उसी में उनके शव आएंगे।
एक मात्र कमाने वाला है पवन
घर वालों ने बताया कि परिवार में पवन ही कमाने वाला है, उसकी चरण नदी रोड पर ई-मित्र की दुकान है। उसके हाथ और पैर दोनों में फ्रैक्चर हो गया है। रिश्तेदारों ने बताया कि पवन को सही होने में काफी समय लग जाएगा। ऐसे में परिवार वालों का गुजारा कैसे होगा। पवन के दो छोटे भाई अमित और नितिन हैं, जो पढ़ाई कर रहे है। एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है।
रविवार सुबह हुई थी पापा से बात
राजेंद्र के साले ललित ने बताया कि उसके भांजे राहुल के पास रविवार सुबह 10 बजे पापा का फोन आया था कि उन्होंने वैष्णो देवी के दर्शन कर लिए हैं। अब शिवखोडी शंकर भगवान के मंदिर जाएंगे। यहां नेटवर्क की भी समस्या रहती है। फोन नहीं लगे तो चिंता मत करना। शाम को उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया अकाउंट पर वहां की फोटोज भी अपलोड की थीं।
सीएम ने दिए हर संभव राहत पहुंचाने के निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के चार तीर्थ यात्रियों सहित अन्य मृतकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने अधिकारियों को केन्द्रीय गृह मंत्रालय एवं जम्मू-कश्मीर प्रशासन से समन्वय स्थापित कर मामले में निरंतर निगरानी के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को दिवंगतों के पार्थिव शरीर परिजनों तक पहुंचाने सहित अन्य व्यवस्थाएं करने को कहा है।
सरकारी नौकरी की मांग
उधर माली समाज विकास समिति अध्यक्ष घीसालाल सैनी, संरक्षक रामचन्द्र तुंदवाल, उपाध्यक्ष गणेश नारायण बैनाडिया, पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम तंवर, एडवोकेट धीरेन्द्र सैनी भी पीड़ितों के घर पहुंचे। अध्यक्ष सहित लोगों ने मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी और केन्द्र एवं राज्य सरकार से मुआवजा दिलाने की मांग की।