जयपुर

Navratri 2022: अष्ट नक्षत्र, शुक्ल व ब्रह्म योग में होगी घट स्थापना, सुख-समृद्धि दायक रहेंगे ये श्रेष्ठ मुहूर्त

Shardiya Navratri 2022 आश्विन शुक्ल प्रतिपदा पर 26 सितंबर को शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। इस दिन अष्ट नक्षत्र के अलावा शुक्ल व ब्रह्म योग और कुमार योग में घट स्थापन होगी। इस बार पूरे 9 दिन मां दुर्गा की आराधना होगी।

जयपुरSep 23, 2022 / 02:09 pm

Girraj Sharma

Shardiya Navratri 2022: अष्ट नक्षत्र, शुक्ल व ब्रह्म योग में होगी घट स्थापना, सुख-समृद्धि दायक रहेंगे ये श्रेष्ठ मुहूर्त

Shardiya Navratri 2022 जयपुर। आश्विन शुक्ल प्रतिपदा पर 26 सितंबर को शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। इस दिन अष्ट नक्षत्र के अलावा शुक्ल व ब्रह्म योग और कुमार योग में घट स्थापन होगी। इस बार पूरे 9 दिन मां दुर्गा की आराधना होगी। वहीं कोविड के बाद आमेर शिला माता के इस बार छठ का मेला भरेगा, माता के दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमडेगी। शहर के अन्य दुर्गा मंदिरों में भी विशेष आयोजन होंगे।

ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि शारदीय नवरात्र इस बार नौ दिन के होंगे। शास्त्रों में घट स्थापना का श्रेष्ठ समय प्रात:काल को बताया गया है। इस बार घट स्थापना का श्रेष्ठ समय सुबह 6 बजकर 21 मिनट से सुबह 7 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा अभिजित मुहूर्त में भी घट स्थापना की जा सकेगी, अभिजित मुहूर्त दोपहर 11.55 बजे से 12.42 बजे तक रहेगा। इस बीच चौघडिए के अनुसार सुबह 9 बजकर 19 मिनट से 10 बजकर 49 मिनट तक शुभ के चौघडिए में भी घट स्थापना की जा सकेगी। कुमार योग, अष्ट नक्षत्र के अलावा शुक्ल व ब्रह्म योग में घट स्थापना होगी। कुमार योग और ब्रह्म योग दिनभर रहेंगे, वहीं सुबह 8.04 बजे तक शुक्ल योग रहेगा।

ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि इस बार मां दुर्गा सुख-समृद्धि लेकर गज पर पधारेंगी। माता का आगमन एवं प्रस्थान ‘गज’ (हाथी) पर हो रहा है, जो अच्छी बारिश और खुशहाली का संकेत है। उन्होंने बताया कि यदि नवरात्र रविवार या सोमवार से प्रारंभ होते हैं तो मां दुर्गा हाथी पर, शनिवार या मंगलवार को घोड़ा पर, गुरुवार या शुक्रवार को डोला पर, और बुधवार को शुरू होने पर मां दुर्गा नौका पर सवार होकर आती हैं।

आमेर शिला माता के घट स्थापना 6.25 बजे
आमेर शिला माता मंदिर में इस बार मेले सा माहौल रहेगा। मंदिर में सुबह 6.25 बजे घट स्थापना होगी। भक्त माता के दर्शन सुबह 7.30 बजे से कर सकेंगे। एक अक्टूबर को छठ का मेला भरेगा। वहीं सप्तमी पर 2 अक्टूबर को निशा पूजन होगा। 3 अक्टूबर को अष्टमी पर पूर्णाहुति होगी, वहीं दशमी पर 5 अक्टूबर को नवरात्रा उत्थापना होगी। मंदिर पुजारी बनवारी लाल शास्त्री ने बताया कि नवरात्र में माता के दर्शनों का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और शाम को 4 बजे से रात 8.30 बजे तक रहेगा। दोपहर 12.30 बजे से शाम 4 बजे तक मंदिर के पट मंगल रहेंगे।

 

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दुर्गा माता मंदिर में सुबह 7 बजे घट स्थापना
दुर्गापुरा स्थित दुर्गा माता मंदिर में 26 सितंबर को सुबह 7 बजे घट स्थापना होगी। मंदिर के महंत महेन्द्र भट्टाचार्य ने बताया कि नवरात्र में मंदिर रोजाना सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे और शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। भक्त इस बीच माता के दर्शन कर सकेंगे। 2 अक्टूबर को सप्तमी का मेला भरेगा, वहीं अष्टमी पर पूर्णाहुति हवन होगा।

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