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चुनाव में होती रहती है ‘हार-जीत’
बेटे वैभव की हार पर अशोक गहलोत के ने कहा जालोर काफी मुश्किल सीट थी। पिछले 20 साल से हम उस सीट को नहीं जीत रहे थे। पार्टी ने हमें समर्थन दिया है तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम मैदान में मजबूती से खड़े रहें, चाहें जीतें या हारें। उन्होंने कहा कि देश, प्रदेश और कांग्रेस के जो हालात हैं उसे भापकर वैभव गहलोत ने वहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया… चुनाव अभियान काफी अच्छा चला। चुनाव में ‘हार-जीत’ होती रहती है। अगर आपके दिल में सेवा का भाव है तो हार क्या और जीत क्या?