साल 2000 में मिला था मुस्लिम जातियों को आरक्षण अशोक गहलोत सरकार के पहले कार्यकाल में साल 2000 में प्रदेश की 14 से अधिक मुस्लिम जातियों को ओबीसी में आरक्षण मिला था। मुस्लिम समाज की कायमखानी, देशवाली, मनिहार, सिंधी मुसलमान, बिसायती, चौपदार, कसाई, खेलदार, मिरासी, धोबी, लोहार, तेली, भिश्ती, मंसूरी, जुलाहा जैसी जातियों को ओबीसी में आरक्षण मिला हुआ है। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को पीसीसी मुख्यालय में कहा कि उस समय ओबीसी आयोग की सिफारिश के आधार पर ही मुस्लिम जातियों को ओबीसी में आरक्षण दिया गया था।
सरकार अगर आरक्षण से छेड़छाड़ करेगी तो हम कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ सड़कों पर संघर्ष करेंगे, जल्द ही इसके लिए बड़ी बैठक बुला रहे हैं। – अब्दुल लतीफ आरको, अध्यक्ष मुस्लिम तेली महापंचायत