जयपुर।
पहले आवेदन की तारीख बढ़ाई लेकिन फिर युवाओं ने रुचि नहीं दिखाई ऐसे में अब उच्च शिक्षा विभाग ने युवाओं के आकर्षित करने के लिए यूनिवर्सिटीज की संख्या बढ़ा दी है। राज्य सरकार की ओर से हाल ही में शुरू की गई राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एक्सीलेंस योजना 2021 के तहत विदेश की 50 नहीं बल्कि 150 यूनिवर्सिटीज को शामिल कर लिया गया है जिससे युवाओं की रुचि इस योजना में बढ़ाई जा सके। इस योजना के तहत सरकार 200 मेधावी छात्रों का खर्चा वहन करेगी, फिलहाल आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर रखी गई है लेकिन संभावना है इस तिथि को भी आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि विभाग के पास आवेदन कम आए हैं।
गौरतलब है कि छात्रों को विदेश के ऑक्सफोर्ड, हार्वर्ड जैसे विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के लिए मेधावी बच्चों को पढऩे का मौका देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर इस योजना को इसी साल शुरू किया था।
अब तक मिले मात्र 45 आवेदन
पहले आवेदन की तारीख बढ़ाई लेकिन फिर युवाओं ने रुचि नहीं दिखाई ऐसे में अब उच्च शिक्षा विभाग ने युवाओं के आकर्षित करने के लिए यूनिवर्सिटीज की संख्या बढ़ा दी है। राज्य सरकार की ओर से हाल ही में शुरू की गई राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एक्सीलेंस योजना 2021 के तहत विदेश की 50 नहीं बल्कि 150 यूनिवर्सिटीज को शामिल कर लिया गया है जिससे युवाओं की रुचि इस योजना में बढ़ाई जा सके। इस योजना के तहत सरकार 200 मेधावी छात्रों का खर्चा वहन करेगी, फिलहाल आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर रखी गई है लेकिन संभावना है इस तिथि को भी आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि विभाग के पास आवेदन कम आए हैं।
गौरतलब है कि छात्रों को विदेश के ऑक्सफोर्ड, हार्वर्ड जैसे विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के लिए मेधावी बच्चों को पढऩे का मौका देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर इस योजना को इसी साल शुरू किया था।
अब तक मिले मात्र 45 आवेदन
योजना के तहत विभाग को 200 मेधावी छात्रों को विदेश के विभिन्न विवि में पढ़ाई के लिए भेजना है लेकिन तीन बार आवेदन की तिथि बढ़ाने के बाद भी अब तक मात्र 45 आवेदन ही मिल जाए हैं।
मानविकी के साथ शामिल किया बेसिक साइंस
मानविकी के साथ शामिल किया बेसिक साइंस
योजना की शुरुआत में सरकार ने इस योजना के तहत केवल ह्यूमेनिटी को ही शामिल किया था लेकिन अब इसमें बेसिक साइंस को भी शामिल कर लिया है जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी योजना के लिए एप्लाई कर सकें।
इन विषयों के लिए मिलेगा योजना का लाभ
इन विषयों के लिए मिलेगा योजना का लाभ
: ह्यूमेनिटीज, सोशल साइंस, एग्रीकल्चर एंड फॉरेस्ट साइंस, नेचर एंड एनवारयरमेंट साइंज,लॉ : 150 छात्र
: मैनेजमेंट एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, इकॉनोमिक्स एंड फाइनेंस : 25 छात्र : कम्प्यूटर साइंस, पब्लिक हैल्थ : 25 छात्र
: इंजीनियरिंग एंड रिलेटेड साइंस, मेडिसन, एप्लाइस साइंस: 15 छात्र
: मैनेजमेंट एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, इकॉनोमिक्स एंड फाइनेंस : 25 छात्र : कम्प्यूटर साइंस, पब्लिक हैल्थ : 25 छात्र
: इंजीनियरिंग एंड रिलेटेड साइंस, मेडिसन, एप्लाइस साइंस: 15 छात्र
योजना के बारे में खास : स्नातक स्तर, स्नातकोत्तर स्तर, पीएचडी और पोस्ट डॉक्टोरल अनुसंधान कार्यक्रम के लिए निर्धारित विषयों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को इसका लाभ मिलेगा।
: छात्र को उस देश के लिए वीजा प्राप्त करना होगा, जहां वह योजना के तहत पढऩे जा रहा है। किसी भी माता.पिता की एक से अधिक संतान छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं होगी।
: छात्र को उस देश के लिए वीजा प्राप्त करना होगा, जहां वह योजना के तहत पढऩे जा रहा है। किसी भी माता.पिता की एक से अधिक संतान छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं होगी।
: गलत दस्तावेज से लाभ लिया तो 12 फीसदी ब्याज के साथ वसूली होगी।
: इसी के तहत आठ लाख सालाना से कम आय वाले परिवार के छात्रों को योजना का लाभ दिया जाएगा इनका कहना है,
: इसी के तहत आठ लाख सालाना से कम आय वाले परिवार के छात्रों को योजना का लाभ दिया जाएगा इनका कहना है,