इस ऐप के जरिए पर्यटकों को परकोटा, हवामहल और आमेर में घूमने के दौरान टॉयलेट, पुलिस थाने, पर्यटन पुलिस बल चौकी और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों की सटीक जानकारी मिलेगी। पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ऐप को फिलहाल शहर के प्रमुख स्मारकों की लोकेशन के आधार पर तैयार किया जा रहा है। बाद में पर्यटकों से मिले फीडबैक के आधार पर इसे पूरे शहर के लिए विस्तारित किया जाएगा, जिससे पर्यटकों को और भी बेहतर अनुभव मिल सके।
टूरिस्ट फैसिलिटी ऐप से क्या होगा फायदा?
जयपुर टूरिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि जयपुर के ऐतिहासिक स्मारकों पर घूमने आने वाले पर्यटक अक्सर बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करते हैं। उन्हें यह जानकारी नहीं होती कि टॉयलेट कहां हैं या किसी आपातकालीन स्थिति में पुलिस से कैसे संपर्क किया जाए। कई बार पर्यटक ग्रुप में घूमने आते हैं, लेकिन उनके पास कोई रूट चार्ट या गाइडेंस नहीं होती। इस ऐप के लॉन्च से पर्यटकों को बुनियादी सुविधाओं तक आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी और उनका अनुभव अधिक सुविधाजनक होगा।