नए सिरे से रिपोर्ट पेश करने का आदेश
न्यायाधीश समीर जैन ने गुरुवार को इस मामले में जितेन्द्र जैन व अन्य की याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान वीसी के माध्यम से प्रमुख शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल मौजूद रहे। राज्य सरकार की ओर से अदालती आदेश की पालना में निजी स्कूलों को लेकर रिपोर्ट भी पेश की गई। जिस पर असंतोष जाहिर कर नए सिरे से रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। याचिकाकर्ता पक्ष के अधिवक्ता दिलीप सिनसिनवार ने सुनवाई के दौरान स्कूलों में सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में भी सवाल उठाया। यह भी पढ़ें – मुफ्त साइकिल वितरण पर बड़ा अपडेट, आचार संहिता के बावजूद बंटेंगी साइकिलें, आदेश जारी
कोर्ट बोला, आगे ऐसा नहीं होने देंगे
न्यायाधीश जैन ने सुनवाई के दौरान कहा कि याचिकाओं से जुड़े विद्यार्थी तो स्कूल से निकल गए होंगे, आगे के लिए कुछ अवश्य करेंगे।हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान उठाए सवाल
- जब एनसीईआरटी की किताबें हैं तो स्कूल दूसरी किताबों पर जोर क्यों देते हैं?
– यूनिफॉर्म आदि के लिए स्कूल संचालकों ने स्कूल में ही खोली दुकानें, अभिभावकों को अपनी पसंद से खरीदने दें।
– स्कूलों की इनकम लगातार बढ़ रही है। आयकर विभाग भी कुछ कर सकता है, वह क्यों नहीं करता?
– किसी भी स्कूल में डिस्पेंसरी की सुविधा नहीं। बड़े-बड़े स्कूलों में से एक में भी डिस्पेंसरी नहीं।
– स्कूलों में सुरक्षा नियमों की भी नहीं हो रही पालना