निकाय चुनाव से पहले राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट कर उन्हें खुश करने की तैयारी में है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसी भी पल डेढ़ दर्जन से ज्यादा निगम बोर्ड आयोगों में राजनीतिक नियुक्तियों की घोषणा कर सकते हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी इसके संकेत दिए हैं।राजनीतिक नियुक्तियों में किस नेता और कार्यकर्ताओं को किस निगम बोर्ड आयोगों में कहां-कहां एडजस्ट करना है इसका होमवर्क मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरा कर चुके हैं।
सीएम हाउस में चली मैराथन बैठकें पार्टी के जानकारों की माने तो गुरुवार को जयपुर दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, सह प्रभारी विवेक बंसल के साथ राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम हाउस में तीन बार मैराथन बैठकें की और नामों को सभी की सलाह से अंतिम रूप दिया, यही नहीं राजनीतिक नियुक्तियों में पार्टी के सभी खेमों से जुड़े नेताओं को एडजस्ट किया गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब इतने बड़े स्तर पर राजनीतिक नियुक्तियों की घोषणा की जाएगी। इससे पहले पूर्व के कार्यकाल में टुकड़ों में ही राजनीतिक नियुक्तियां की घोषणा होती आई है।
उठी थी एकमुश्त राजनीतिक नियुक्तियों की मांग दरअसल गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के सामने कई नेताओं ने राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सवाल खड़े किए थे, नेताओं ने कहा था की राजनीतिक नियुक्तियां टुकड़ों में करने की बजाय एकमुश्त की जाए जिसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के साथ मैराथन बैठकर करके डेढ़ दर्जन निगम बोर्ड आयोगों का होमवर्क पूरा किया।
इन निगम बोर्ड आयोग में होनी है नियुक्तियां कांग्रेस के विश्वास सूत्रों के माने तो जिन डेढ़ दर्जन निगम बोर्ड और आयोगों में राजनीतिक नियुक्ति की घोषणा होनी है उनमें राज्य मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग, अल्पसंख्यक आयोग, वक्फ बोर्ड, मदरसा बोर्ड, राज्य वित्त आयोग, हाउसिंग बोर्ड, समाज कल्याण बोर्ड, निशक्तजन आयोग, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति, हज कमेटी, डांग विकास बोर्ड,मेवात विकास बोर्ड, राजस्थान बीज निगम, राजस्थान पर्यटन विकास निगम और देवस्थान विभाग जैसे प्रमुख निगम बोर्ड आयोगों में नियुक्तियां होनी है।