बड़े मगरमच्छों के खिलाफ दिए सबूत
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि एसओजी अभी तक छोटे लोगों की गिरफ्तारी कर रही है। लेकिन एसओजी को बड़े मगरमच्छों के खिलाफ सबूत दिए हैं, जो पेपर लीक और एसओजी को कार्रवाई करने से रोकने के लिए फोन करते थे। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने जमकर नकल माफिया को पनपाया। एसओजी के अधिकारियों ने भी उनका साथ दिया है। एसओजी के उन अधिकारियों का नाम भी एडीजी एसओजी को देकर आया हूं, क्योंकि उनके इशारे पर ही पेपरलीक का यह खेल नहीं खुला। किरोड़ी लाल मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 15 दिन के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं एसओजी मुख्यालय के बाहर बैठकर सत्याग्रह करेंगे।
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एसओजी ने लाखों रुपए वसूले
किरोड़ी लाल मीणा ने एक पत्र दिखाते हुए कहा कि यह पत्र पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके भूपेन्द्र सारण (भूपेन्द्र अभी जेल में है) का है। उन्हें यह पत्र 10 दिसम्बर 2022 को मिला था। भूपेन्द्र सारण ने पत्र में एसओजी के तत्कालीन निरीक्षक मोहन पोसवाल पर 64 लाख रुपए लेने का आरोप लगाया। विधायक मीणा ने निरीक्षक पोसवाल पर आरोप लगाया कि पेपर लीक मामले की अहम कड़ी उदयराम व सुरेश ढाका को उसने किसी स्थान पर छिपाकर रख रखा है। जिस दिन एसओजी इन दोनों आरोपियों को पकड़ लेगी। उस दिन कई पेपर लीक मामले में कई बड़े चेहरे आमजन के सामने आ जाएंगे।
गौरतलब है कि विधायक मीणा पहले भी एसओजी मुख्यालय पहुंच चुके और पेपर लीक से संबंधित कई अहम सुराग एसओजी अधिकारियों को उपलब्ध करवाए थे। जिनके बाद भी एसओजी ने कई गिरफ्तारियां की थी।