इस बीच सीएम की रेस में भाजपा के कई सीनियर नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। कुछ नाम तो ऐसे भी हैं जो इस विधानसभा चुनाव में लड़े तक नहीं हैं। चर्चाएं हो रही हैं कि अपने कई फैसलों से अचंभित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चयन में भी सभी को चौंका सकते हैं। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही हैं कि केंद्रीय टीम में से किसी सीनियर मोस्ट नेता को भी राजस्थान में सीएम पद पर मौक़ा दिया जा सकता है। हालांकि इस प्रक्रिया में बहुत कुछ ‘गणित’ बैठाये जाने की चुनौती भी पार्टी के सामने रहेगी।
बहरहाल सीएम कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस के बीच पार्टी के अंदरखाने ‘बवाल’ की नौबत भी आती दिख रही है। पूर्व विधायक हेमराज मीणा ने अपने पुत्र और विधायक ललित मीणा को एक सीनियर नेता के इशारे पर बाड़ाबंदी में रखने का खुलासा किया है। हेमराज ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में अंता से विधायक कंवरलाल मीणा पर संगीन आरोप लगाए।
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पूर्व विधायक हेमराज ने कहा कि उनके पुत्र और विधायक ललित मीणा को जबरन ना सिर्फ एक होटल में रखा गया है बल्कि पिता को पुत्र तक से मिलने नहीं दिया जा रहा है। हेमराज ने बताया कि हम 10-15 लोग वहां पहुंचे थे। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रभारी अरुण सिंह भी साथ थे, इसलिए मेरे पुत्र ललित को वहां से हम लेकर आ गए। हेमराज ने होटल में झालावाड़ और बारां के कुछ विधायकों के भी ठहरे होने की बात कही।
पूर्व विधायक हेमराज मीणा ने अपने बयान में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के नाम का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह के कहने पर विधायकों को होटल में रोका गया है।
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ये चला नाटकीय घटनाक्रम
नए मुख्यमंत्री चयन प्रक्रिया के बीच बाड़ेबंदी की खबर ने खलबली मचाई हुई है। बताया गया है कि जयपुर में मंगलवार देर रात सीकर रोड पर एक होटल में भाजपा के 5-6 विधायक ठहरे थे, जिनमें कोटा संभाग के ज़्यादातर विधायक शामिल रहे। किशनगंज विधायक ललित मीणा भी इसमें शामिल रहे। साथी विधायकों की बातें और हाव-भाव देख ललित को शक हुआ कि पार्टी के किसी बड़े नेता के इशारे पर लॉबिंग हो रही है, क्योंकि वे कोटपूतली से आगे किसी होटल में जाने की बात कर रहे थे।
ललित मीणा को लगा कि उन्हें जबरन बाड़ाबंदी में ले जाने की कोशिश की जा रही है। इस बीच ललित मीना ने इसकी शिकायत अपने पिता पूर्व विधायक हेमराज मीणा और पार्टी संगठन को की। इसके बाद संगठन की कुछ नेताओं ने जाकर उन्हें उसे होटल से बाहर निकाला, इस घटना के बाद यह सियासी चर्चाएं तेज हो गई कि कहीं बीजेपी का एक दूसरा धड़ा बाड़ेबंदी की तैयारी में तो नहीं है।
कोई बाड़ेबंदी नहीं, पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र: जोशी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि पार्टी में किसी तरह की कोई बाड़ाबंदी नहीं है। पार्टी का अपना आंतरिक लोकतंत्र है, सब विधायक अपने-अपने क्षेत्र में देव दर्शन और जनता से मुलाकात कर रहे हैं। जल्दी विधायक दल की बैठक के साथ आगे के कार्यक्रम तय होंगे।