बीजेपी ने गंगापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे छोटे लाल सैनी के खिलाफ भी कार्रवाई की है। पार्टी ने उन्हें अनुशासन भंग करने का दोषी मानकर भाजपा की प्राथमिक सदस्यता के तुरंत प्रभाव से निष्काषित किया है। गंगापुर में भाजपा से मानसिंह गुर्जर और कांग्रेस से रामकेश मीणा चुनाव मैदान में है। छोटे लाल सैनी ने बतौर निर्दलीय चुनाव में ताल ठोकी है। सवाईमाधोपुर जिले की चारों विधानसभा सवाईमाधोपुर, खण्डार, गंगापुरसिटी एवं बामनवास में नामांकन वापसी के बाद अब चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। सवाईमाधोपुर और गंगापुर विधानसभा में चुनाव की तस्वीर अभी त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी नजर आ रही है। वहीं बामनवास और खंडार में सीधा मुकाबला है।
सवाईमाधोपुर जिले की चार सीटों पर 48 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। सवाईमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र से 16 प्रत्याशी मैदान में थे। 9 नवंबर को सवाईमाधोपुर से तीन प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया। इनमें कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे लईक अहमद के अलावा कमल किशोर सैनी और प्रेम देवी हैं। अब यहां 13 प्रत्याशी रह गए हैं। वहीं भाजपा से बागी होकर निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल करने वाली आशा मीणा अभी भी चुनाव मैदान में है। इसलिए सवाईमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
वहीं गंगापुर विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 18 प्रत्याशी मैदान में थे। यहां से दो प्रत्याशी आसिफ खान और कश्मीरा जाटव ने अपना नाम वापस ले लिया है। यहां से अब 16 प्रत्याशी मैदान में है। यहां अब मुकाबला कांग्रेस के रामकेश मीणा, भाजपा के मानसिंह गुर्जर तथा भाजपा के बागी निर्दलीय सीएल सैनी के मध्य त्रिकोणीय मुकाबला होगा। वहीं बामनवास से रामावतार मीना के नाम वापस लेने के बाद यहां से पांच प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। यहां कांग्रेस से इंदिरा मीना व भाजपा से राजेन्द्र मीना के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं खंडार में किसी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया। यहां से 8 प्रत्याशी विधानसभा चुनाव के मुकाबले में डटे हैं। अब यहां कांग्रेस के अशोक बैरवा व भाजपा के जितेन्द्र गोठवाल आमने-सामने हैं।