23 में से 11 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला, सर्वाधिक 76 प्रत्याशी इस विधानसभा सीट में
भाजपा: भारतीय जनता पार्टी भी सोशल प्लेटफॉर्म पर हर उम्र के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में जुटी है। इसके लिए लोकसभा क्षेत्र से लेकर बूथ तक कार्यकर्ताओं की टीमें गठित की गई हैं। वे सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से हर व्यक्ति तक पहुंचने की जद्दोजहद में जुटे हैं। वीडियो, पोस्ट, रील्स के अलावा लोकगीत, कार्टून, जनता के लाइव वीडियो के माध्यम से रिझाने का प्रयास किया जा रहा है। विपक्ष को घेरने वाली खबरों को भी वायरल किया जा रहा है। इनके अलावा सीरीज भी चलाई जा रही है। जनता की ओर से पार्टी और प्रत्याशियों के लिए जो कहा जा रहा है उसको भी वीडियो के साथ वायरल किया जा रहा है।
कांग्रेस : वॉर रूम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को हैंडल किया जा रहा है। जयपुर की विधानसभा सीटों के लिए 30 लोगों की टीम बनाई गई है जो हर 15 से 20 मिनट में एक या दो पोस्ट कर रही है। इनमें वीडियो, तस्वीरें, रैली की गतिविधियां, सभाओं के वीडियो, घोषणा पत्र, योजनाओं के प्रचार-प्रसार आदि शामिल हैं। यह सोशल साइट्स के हर प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए जा रहे हैं। इसके अलावा खबरों की मॉनिटरिंग, पोस्ट या खबर को शेयर, लाइक या कमेंट भी करवाए जा रहे हैं। प्रेस वार्ता, स्टार प्रचारकों की सभा,रोड शो और रैलियों का भी लाइव किया जा रहा है। जयपुर के अलावा अन्य जिलों मेें भी टीमें गठित की गई हैं।
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निर्दलीय ले रहे एजेंसियों की मदद
सोशल मीडिया पर प्रचार के लिए निर्दलीय भी पेशेवर एजेंसियों की मदद ले रहे हैं। इस पर मोटा पैसा खर्च किया जा रहा है। कई नेता रोजाना संभाएं, रैली, स्वागत-समारोह और जनसंपर्क कार्यक्रमों के बाद सोशल मीडिया पर भी लाइव आकर हाजिरी लगा रहे हैं। कई प्रत्याशी वॉइस मैसेज के माध्यम से भी खुद के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं।