पारिवारिक फर्म को दिया कमीशन
जांच से पता चला कि मुख्य आरोपी मुकेश और राहुल मोदी ने मिलीभगत कर निवेशकों को उच्च रिटर्न का आश्वासन दिया और हजारों करोड़ एकत्र किए। जांच में पाया कि सोसायटी के फंड को असुरक्षित ऋण, प्रोत्साहन और सोसायटी में सेवारत मुकेश के परिवार के सदस्यों को अनुग्रह भुगतान, पारिवारिक फर्म को एजेंसी कमीशन, मुकेश, उनके परिवार और सहयोगियों के घाटे वाले शेयर ट्रेडिंग, रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों में प्रवेश कर डायवर्ट किया गया था। मुख्य आरोपी जेल में
इस मामले में मुख्य आरोपी मुकेश मोदी पहले से ही जयपुर जेल में बंद है। हालांकि, उन्हें पिछले साल जोधपुर भी प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया था। गौरतलब है कि आदर्श क्रेडिट साल 1999 में बनाई गई, इस कंपनी ने 28 राज्यों में 806 ब्रांच खोली थी, जिसमें 309 ब्रांच राजस्थान में थी, जहां 21 लाख निवेशक ठगे गए।