योजना में पारदर्शिता आएगी
डॉ. समित शर्मा ने बताया कि इससे योजना में पारदर्शिता आएगी और ऊष्ट्र पालकों को उनकी सहायता राशि सरल और निर्बाध तरीके से सीधे प्राप्त हो सकेगी। साथ ही योजना के तहत आवेदन करते समय कई तरह के पहचान पत्र व अन्य दस्तावेज अपलोड करने की भी बाध्यता नहीं होगी। यह भी पढ़ें – Best Wedding Destination : राजस्थान में शाही शादी का लुत्फ उठाना है तो, आएं नीमराना किला पैलेस