राजस्थान चुनाव 2023: राजस्थान की इन 3 विधानसभा सीटों पर पुराने प्रतिद्वंद्वी और 2 सीटों पर 2 नए चेहरे
सरकार में बडे पदों तक पहुंचे: राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ की सियासत से प्रदेश की राजनीति तक का कई नेता सफर तय कर चुके है यहां ऐसे कई नेताओं की छात्र राजनीति की शुरुआत हुई और वे सरकार में बडे पदों तक पहुंचे। इनमें सांसद, विधायक और कई मंत्री तक बने। यही नहीं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रहे कई नेता वर्तमान सत्ता में भी काबिज हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में पांच जीते: पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो जयपुर जिले में सात प्रत्याशी छात्रसंघ अध्यक्ष रहे थे। जयपुर की 19 सीटों में यह संख्या करीब-करीब आधी हो जाती है। इनमें चार को कांग्रेस और तीन को भाजपा ने मौका दिया था। इनमें कांग्रेस से महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास, मनीष यादव और पुष्पेन्द्र भारद्वाज थे। इनमें दो को जीत और दो को हार मिली। कांग्रेस इनमें से खाचरियावास और भारद्वाज को फिर से टिकट दे चुकी है। इसी तरह भाजपा ने पिछली बार कालीचरण सराफ, राजपाल शेखावत और अशोक लाहोटी को टिकट दिया और तीनों ही विधायक बने।
भाजपा ने दो का पत्ता काटा: भाजपा ने इस बार झोटवाड़ा से राजपाल शेखावत और सांगानेर से अशोक लाहोटी का टिकट काट दिया है। वहीं कांग्रेस में भी महेश जोशी का टिकट संकट में है। मनीष यादव भी शाहपुरा से टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव: कभी बांटते थे टिकट, आज खुद कर रहे इंतजार
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जो जयपुर से विधानसभा तक पहुंचे
काली चरण सराफ – भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री, मालवीय नगर से प्रत्याशी
महेश जोशी – हवामहल से कांग्रेस विधायक, जलदाय मंत्री, टिकट संकट में
राजपाल सिंह शेखावत- झाेटवाडा विधायक और पूर्व मंत्री, अब की बार टिकट कटा
प्रताप सिंह खाचरियावास -विधायक, सिविल लाइंस और मंत्री
अशोक लाहोटी – विधायक, सांगानेर से टिकट कटा
इनको नहीं मिली जीत: अब की बार भी दौड़ में
पुष्पेंद्र भारद्वाज- विधानसभा प्रत्याशी, सांगानेर
मनीष यादव – कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी, शाहपुरा