कॉन्फ्रेंस में देशभर से आए करीब 350 प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
आयोजक डॉ. मोहनिश ग्रोवर ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में देशभर से आए करीब 350 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इनमें ईएनटी, एंडोक्राइनोलॉजी, डेंटल, पल्मोनोलॉजी, मनोचिकित्सा, गैस्ट्रो सर्जरी और कार्डियोलॉजी के विशेषज्ञ शामिल हुए। डॉ. राहुल नाहर ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में पहले दिन मुख्य अतिथि के रूप में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी मौजूद रहे। इसके अलावा डॉ. शिवम शर्मा, डॉ. अनुपम कानोडिया समेत अन्य मौजूद रहे। यह भी पढ़ें – एनएचएआई की पहल, अब फास्टैग नहीं, GNSS बेस्ड इलेक्ट्रोनिक सिस्टम वसूलेगा टोल जागरूकता उत्पन्न करनी होगी – डॉ. श्रीनिवास किशोर
नींद शल्य चिकित्सक डॉ. श्रीनिवास किशोर ने बताया कि यह विकार हृदयाघात, मधुमेह, कैंसर, यौन दुर्बलता जैसी गंभीर बीमारियों से सीधेतौर पर जुड़ा है। इसलिए लोगों में इसको लेकर जागरूकता उत्पन्न करनी होगी।
35 प्रतिशत लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से ग्रस्त – डॉ. सीमाब शेख
सत्र में डॉ. सीमाब शेख ने बताया कि देशभर में 35 प्रतिशत लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से ग्रस्त हैं। इस बीमारी से ग्रस्त रोगियों की नींद में सांसें तक रुक तक जाती हैं।