बता दें कि इस उप समिति में राजस्थान उपमुख्यमंत्री बैरवा को संयोजक तथा उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जलदाय मंत्री कन्हैयालाल, राजस्व मंत्री हेमंत मीणा व जल संसाधन मंत्री मंत्री सुरेश सिंह रावत को सदस्य बनाया गया है।
गहलोत ने रामलुभाया समिति का दिया हवाला
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि ‘हमारी सरकार ने राजस्थान में नए जिले रिटायर्ड IAS रामलुभाया की समिति की रिपोर्ट के आधार पर बनाए। राजस्थान में नए जिलों की सख्त आवश्यकता थी। क्षेत्रफल में राजस्थान से छोटे मध्य प्रदेश में 55 जिले हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘छत्तीसगढ़ जिले जैसे छोटे राज्य में भी 33 जिले हैं। हमारी सरकार ने प्रशासनिक क्षमता बढ़ाने एवं सर्विस डिलीवरी को बेहतर करने के लिए नए जिले बनाए और वहां कलेक्टर, एसपी एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों को तैनात किया।’
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