यहां कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने और यात्रियों के हित में लगेज सैनिटाइजिंग एवं लगेज रैपिंग मशीन की शुरुआत हाल ही की गई है। स्टेशन पर सैनिटाइजेशन करने की दर प्रति बैग 10 रुपए और प्लास्टिक रैपिंग की दर 50 रुपए प्रति बैग रखी गई है।
गौरतलब है कि त्योहारी सीजन को देखते हुए लगातार रेलवे ट्रेनों के संचालन में इजाफा कर रहा है। ऐसे में यात्रियों की आवाजाही ज्यादा होना तय है।
यह भी परेशानी
स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के पास यह मशीन लगाई गई है। निजी कंपनी के कर्मचारी यात्रियों के गेट में प्रवेश करते ही यात्री को लगेज सैनेटाजेशन के लिए रोक रहे हैं।
ऐसे में जिन यात्रियों को लगेज सैनेटाइजेशन नहीं करवाना उनके भी तीन से चार मिनट अंदर प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में खराब हो रहे हैं।
एक ओर तो रेलवे कोरोना के प्रति यात्रियों को जागरूक करने और सुरक्षा करने के दावे कर रहा है, लेकिन यात्रा से पहले लगेज सैनिटाइजेशन का विकल्प देकर कमाई करने में जुटा है।
अहमदाबाद और दिल्ली में कोई शुल्क नहीं
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक एक निजी कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह ही मशीन का जिम्मा संभालेगी। यह मशीन 360 डिग्री अल्ट्रावायलेट पर आधारित कार्यप्रणाली पर कार्य करेंगी।
इसके जरिए केमिकल सैनेटाइजेशन से होने वाले सामान के नुकसान को भी बचाया जा सकेगा। अहमदाबाद व दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इसका फि लहाल कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा। जबकि जयपुर में इसका शुल्क वसूल किया जा रहा है।