कृषि विपणन राज्यमंत्री प्रश्नकाल के दौरान विधायकों के सवालों के जवाब में अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा कि चिन्हित स्थानों का चयन विभाग ने पूरी तरह सर्वे के उपरान्त किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन स्थानों पर इको सेंसेटिव जोन होते हैं वहां अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है लेकिन वहां इको सेंसेटिव जोन नहीं बनाए जाने से चिन्हित स्थानों पर इसके आसपास आवासीय, औद्योगिक एवं खनन गतिविधियों पर अलग से कोई रोक नहीं रहेगी।
इससे पहले विधायक मनोज कुमार के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कृषि विपणन राज्यमंत्री ने कहा कि तालछापर अभयारण्य से कृष्णमृगों की बढ़ती संख्या के कारण इनके स्थानांतरण के लिए लीलकी बीड जिला चूरू, बीड जिला झुंझुनूं तथा जसवंतगढ़ जिला नागौर का चिन्हीकरण किया गया है।