वहीं अब इस मामले में लेडी डॉन पूजा सैनी के गिरफ्तार होने के बाद सामने आ गया है कि उसके पति महेंद्र हथियारों की सप्लाई करता था। लॉरेंस का काम संभालता था। महेंद्र एके 47 लेकर फरार हो चुका है। जिसकी तलाश जारी है। पुलिस को ए के 47 से जुड़े तथ्य मिले है। जिसके आधार पर माना जा रहा है कि राजू ठेहठ हत्याकांड से भी इसके तार जुड़े हो सकते है।
बता दे कि सुखदेव सिंह की हत्या पांच दिसंबर को हुई, जब वह घर में थे। अचानक तीन अपराधी घर में घुस आए और सुखदेव पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। वहां मौजूद लोगों ने सुखदेव को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस मर्डर केस से जुड़ा एक बदमाश नवीन शेखावत भी मारा गया। उसी के साथियों ने उसे मौके पर ही गोली मार दी।
वारदात में शामिल बदमाश रोहित और नितिन फौजी जयपुर से हिसार भाग गए। यहां पर रुकने के बाद वह मनाली चले गए। लेकिन उन्हें लगा कि वह पकड़े जाएंगे तो दोनों चंडीगढ़ भाग गए। यहां पर दोनों की उधम नाम के एक युवक ने मदद की। उधम की मदद से दोनों ने फेक आईडी पर एक होटल लिया। लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई। इसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर दोनों बदमाशों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
बता दें कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या लॉरेंस गैंग से जुड़े अपराधियों के इशारे पर किया गया। लॉरेंस गैंग के गुर्गे वीरेंद्र ने रोहित और नितिन की मदद की। पुलिस के मुताबिक इसी ने सुखदेव की हत्या के लिए हथिय़ार उपलब्ध कराए। वीरेंद्र ने ही सुखदेव की फोटो दिखाई थी। साथ ही लालच दिया था कि उन्हें विदेश भेज देगा।