पार्टी में यों तो पर्यवेक्षक नियुक्त करना सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन राजनाथ को राजस्थान देने के अपने मायने हैं। राजस्थान में पार्टी के लिए मुख्यमंत्री चयन प्रक्रिया सबसे टेढ़ी खीर बना हुआ है। राजनाथ सिंह को राजनीति का लंबा अनुभव है और दो बार पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इतने वरिष्ठ नेता को इसलिए कमान दी गई है, जिससे यहां किसी तरह का गतिरोध होगा तो वे उसे संभालने में कामयाब होंगे।
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