इस मामले में अनुराग यादव के फूफा और पेपर लीक के मास्टरमाइंड बताए जा रहे नगर परिषद दानापुर के जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को गिरफ्तार किया जा चुका है। जल संसाधन विभाग में कार्यरत सिकंदर को गिरफ्तारी के बाद सस्पेंड कर दिया गया।
पुलिस की गिरफ्त में आए अनुराग यादव का कबूलनामा
मेरा नाम अनुराग यादव है, मेरी उम्र 22 वर्ष है। मैं अपना बयान बिना भय, दबाव, लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने पर दरोगा जी के समक्ष दे रहा हूं। मैं नीट परीक्षा की तैयारी कोटा के एक कोचिंग सेंटर से कर रहा था। मेरे फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। मेरे फूफा ने बताया कि 05. 05.24 को नीट की परीक्षा है, कोटा से वापस आ जाओ। सेटिंग हो चुकी है। मैं कोटा से आया तथा फूफा ने 4 मई को रात में अमित आनंद एवं नीतिश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। वहां नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दी गई। रात्रि में पढ़वाया एवं रटवाया गया। मेरा सेंटर डी.वाई. पाटिल स्कूल में था। मैं स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न रटवाया गए थे, वही परीक्षा में आए। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया था।