कई विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे इस बात पर फैसला करेंगे कि उनका गठबंधन स्पीकर पद के लिए अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करेगा या नहीं और एनडीए के रुख के आधार पर चुनाव लड़ेगा। जिस दिन विपक्षी नेताओं ने Pro-Term स्पीकर की सहायता के लिए पैनल का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया, उस दिन इंडिया ब्लॉक के एक सदस्य आरएसपी सांसद ने कहा कि प्रथा यह है कि सरकार स्पीकर पद के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए पार्टियों के साथ चर्चा करती है। विपक्ष ने उस समिति से दूरी बना ली थी जिसने आठवीं बार सांसद चुने गए कांग्रेस के के. सुरेश की जगह सात बार सांसद चुने गए भाजपा सांसद भतृहरि महातव को लोकसभा का Pro-Term स्पीकर चुना गया।