राजस्थान प्रदेश चुनाव समिति के सदस्यों और एआईसीसी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों ने अपने-अपने प्रभार वाले लोकसभा क्षेत्रों में जिताऊ चेहरों को लेकर रायशुमारी की थी और तीन-तीन नामों के पैनल तैयार करके 5 फरवरी को प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को सौंपे थे। इसके बाद दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इन नाम को लेकर मंथन हुआ था।
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प्रदेश कांग्रेस के सामने इस बार लोकसभा चुनाव में हार का क्रम तोड़ने की चुनौती भी बनी हुई है। प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर पिछले दो लोकसभा चुनाव से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा है।
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