नामांकन खारिज होने के बाद श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखते हुए कहा कि वाराणसी से नहीं लड़ने देंगे ये तय था, अब साफ हो गया। दिल जरूर टूट गया है, हौंसला नहीं टूटा है। आप सबके सहयोग के लिए शुक्रिया। बता दें कि श्याम रंगीला को आजाद अधिकार सेना के प्रमुख अभिताभ ठाकुर ने भी अपना समर्थन दिया था।
कौन है श्याम रंगीला?
श्याम रंगीला उर्फ श्याम सुंदर का जन्म 25 अगस्त 1994 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के गांव मानकथेरी में हुआ। उनके पिता जवाहर लाल एक किसान हैं। ऐसे में खेती के साथ कई परेशानियों के कारण उन्होंने 2013 में गांव को छोड़ दिया और एक नए गांव में शिफ्ट हो गए। श्याम रंगीला का परिवार अभी राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर शहर के मोकामावाला गांव में रहता है। श्याम रंगीला ने सूरतगढ़ से 12वीं की पढ़ाई की। फिर 2012-15 तक जयपुर में एनीमेशन कोर्स किया। श्याम का बचपन से ही कॉमेडियन बनने का सपना था। स्कूल-कॉलेज के दिनों से कॉमेडी किया करते थे, मगर श्याम रंगीला को देशभर में कॉमेडियन पहचान तब मिली जब द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में रंगीला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मिमिक्री की।