उन्होंने कहा कि ताला इसलिए लगा दिया गया था कि कुछ लोगों को भगवान देवनारायण मंदिर में होने वाले भजन-कीर्तन से परेशानी होती है। ऐसे में उस वक्त की सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति अपनाते हुए मंदिर पर ताला लगा दिया, जो कि आज तक लगा है। मैंने भी घोषणा की थी और गोपाल गुर्जर के परिवार वालों से बात की थी कि जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आएगी तब मंदिर से ताला खोला जाएगा। अब उसकी पुष्टी कर दी गई है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा हो गई है और कुछ दिन बाद शुभ मुहूर्त देखकर मांडल में स्थित भगवान देवनारायण मंदिर का ताला खोला जाएगा।
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गौरतलब है कि जयपुर के बस्सी के रहने वाले गोपाल गुर्जर ने एक समारोह में पुलिस को खुलेआम चुनौती दी थी। युवक ने कहा था कि मैं माण्डल में 45 सालों से बंद देवनारायण मन्दिर का गेट खोलूंगा। किसी में दम है तो रोक दिखाना। ऐसा ही हुआ भी 11 मार्च 2022 को युवक ने धार्मिक स्थल का ताला तोड़ा और ध्वजा लहराने का एक वीडियो भी बनाया। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और भारी जाब्ता भी तैनात किया गया। गोपाल गुर्जर के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था। बता दें कि दो समुदायों के बीच विवाद के चलते इस मंदिर पर ताला लगा दिया गया था।