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जयपुर

Khatushyam ji : तिरुपति बालाजी की तर्ज पर होगी खाटूश्यामजी में दर्शन व्यवस्था

Rajasthan Khatushyam ji Open : राजस्थान के खाटूश्यामजी का मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। मंदिर के विकास और प्रबंधन के लिए जिला कलक्टर के निर्देश पर अधिकारियों का दल ने तिरूपति बालाजी मंदिर का दौराकर प्रबंधन देखा। अब अधिकारियों की टीम ने जिला प्रशासन को नवाचारों को लेकर रिपोर्ट दी है।

जयपुरFeb 04, 2023 / 10:40 pm

Anand Mani Tripathi

Rajasthan Khatushyam ji Open : राजस्थान के खाटूश्यामजी का मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। मंदिर के विकास और प्रबंधन के लिए जिला कलक्टर के निर्देश पर अधिकारियों का दल ने तिरूपति बालाजी मंदिर का दौराकर प्रबंधन देखा। अब अधिकारियों की टीम ने जिला प्रशासन को नवाचारों को लेकर रिपोर्ट दी है।

उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सतर्कता की दृष्टि से तिरुपति में आने वाले प्रत्येक श्रृद्धालु की व्यक्तिगत एवं लगेज की स्क्रीनिंग होती है। इसके अलावा ऑनलाइन पंजीयन, सामान्य दर्शन, वीआईपी दर्शन, डोनेशन दर्शन, दर्शनों में श्रद्धालुओं की फोटो स्कैन आदि की व्यवस्था रहती है। इससे मंदिर क्षेत्र में किसी भी समय उपस्थित श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में मंदिर तथा स्थानीय प्रशासन को जानकारी रहती है। अब इसी व्यवस्था को खाटूधाम में लागू किया जाएगा।

 

दर्शन व्यवस्था: ऑनलाइन पंजीयन से राहत

तिरुपति मंदिर में दर्शन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर दर्शन स्लॉट आवंटित किया जाता है। इसके लिए 300 तथा 500 रुपए की सहयोग राशि ली जाती है। इससे 20 से 25 घंटे में दर्शन होते है। खाटूश्यामजी में भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किए जाएं।
भोजन व्यवस्था
खाटूधाम में श्री श्याम मंदिर कमेटी तथा विभिन्न समितियों, भंडारों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं की लाइनें, विश्राम स्थल, वेटिंग ऐरिया में वितरण केंद्रों की स्थापना होने से सुगमता रहेगी। वेटिंग एरिया के अतिरिक्त भी खाटूश्यामजी में 10 स्थानों पर भोजन प्रसाद, भंडारे होने चाहिए। रास्तों में वेंडर चाट ठेले, रेस्टोरेंट के कारण होने वाली भीड़, कबूतर चौक तथा श्याम होटल के एरिया को नॉन वेंडर जोन घोषित किया जा सके।


आवास व्यवस्था: एप से बुकिंग का प्रस्ताव
तिरुपति में प्रतिदिन 45 हजार दर्शनार्थियों के आवास की व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त मठ, आश्रम, आदि भी है। उसमें भी करीब 20 हजार दर्शनार्थी रह सकते हैं। खाटूश्यामजी में विभिन्न निजी ट्रस्ट, समितियों की धर्मशाला, गेस्ट हाउस आदि की व्यवस्था है। खाटूश्यामजी में श्रद्धालुओं को आवास उपलब्ध करवाने, प्रभावी नियंत्रण एवं प्रतिदिन उपस्थित श्रद्धालु की जानकारी रखने के लिए ऐप तथा ऑनलाइन केंद्रीकृत आवास आवंटन व्यवस्था शुरू की जा सकती है।

प्रसाद, भोग, माला फ्री पेड प्रसाद

तिरुपति तिरुमला मंदिर में किसी परिस्थिति में श्रद्धालुओं को प्रसाद, माला चढ़ाने की अनुमति नहीं है। निकास पर फ्री पेड प्रसाद दिया जाता है। खाटूश्यामजी में भी फ्री पेड प्रसाद की व्यवस्था लागू की जा सकती है। इससे श्रद्धालुओं को एक समता से प्रसाद वितरित किया जा सकेगा।

आपातकालीन द्वार व्यवस्था

तिरूपति की सम्पूर्ण व्यवस्था सीसीटीवी सर्विलांस पर है । इसका मजबूत कंट्रोल सिस्टम है प्रत्येक सुरक्षाकर्मी के पास वॉकी—टॉकी सिस्टम है। वेडिंग एरिया में प्रत्येक 50 मीटर पर आपातकालीन निकास द्वार है।खाटूश्यामजी मंदिर परिक्षेत्र में स्थानाभाव है परन्तु वहां पर भी आपातकालीन निकास द्वार और अधिक होने चाहिए।


सफाई व कचरा संग्रहण व्यवस्था
तिरुमाला में प्लास्टिक बोतल, डिस्पोजल आइटम, प्लास्टिक कैरी बेग, पूर्णतया प्रतिबंधित है। खाटूश्यामजी में प्लास्टिक को भी पूर्णतया प्रतिबंधित किया जाना चाहिए, जिससे कचरा संग्रहण व्यवस्थित हो सके। खाटूश्यामजी में 50 मीटर पर डस्टबिन रखे होने चाहिए। श्रद्धालुओं के ध्यान आकर्षण के लिए संकेतक, पोस्टर, फलेक्स लगाये जाकर कचरा पात्र में ही कचरा डालने के लिए प्रेरित किया जाए। नगर पालिका कचरा नियंत्रण के लिए कार्य योजना क्रियान्वित कर सकती है।
चिकित्सा व्यवस्था
तिरुमाला में वेडिंग एरिया के प्रत्येक चार कम्पार्टमेंट की बीच एक मेडिकल सहायता केन्द्र है जहां पर डॉक्टर, नर्स, दवाएं उपलब्ध है। खाटूश्यामजी में श्रद्धालुओं के पैदल मार्ग में हर 500 मीटर पर चिकित्सा सहायता केन्द्र बनाए जा सकते है, इसके लिए चिकित्सा विभाग, आयुर्वेद, होम्योपैथिक तथा एनजीओ, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी का भी सहयोग लिया जा सकता है।

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