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माही बांध में लगातार जल आवक को देखते हुए मंगलवार शाम करीब 4.26 बजे 4 गेट एक-एक मीटर खोले गए। इसके बाद रात 11 बजे तक चार गेट और गेट डेढ़-डेढ़ मीटर तक खोल दिए गए। देर रात बांध का जलस्तर 280.50 मीटर हो गया। पानी का नजारा देखने के लिए दोपहर में ही लोग पहुंच गए।
माही बांध में लगातार जल आवक को देखते हुए मंगलवार शाम करीब 4.26 बजे 4 गेट एक-एक मीटर खोले गए। इसके बाद रात 11 बजे तक चार गेट और गेट डेढ़-डेढ़ मीटर तक खोल दिए गए। देर रात बांध का जलस्तर 280.50 मीटर हो गया। पानी का नजारा देखने के लिए दोपहर में ही लोग पहुंच गए।
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माही विभाग के एक्सईएन पीसी रैगर ने बताया कि मध्यप्रदेश से लगातार आवक व बारिश के मद्देनजर बांध के गेट खोले गए। इससे पहले संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन, जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव के साथ ही माही विभाग के अधिकारी पहुंचे और माही माता मंदिर में पूजा-अर्चना की। गेट खुलने के साथ ही यहां सुरक्षा बढ़ा दी है। अस्थाई पुलिस चौकी से 24 घंटे निगरानी रहेगी। उल्लेखनीय है कि बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है।
माही विभाग के एक्सईएन पीसी रैगर ने बताया कि मध्यप्रदेश से लगातार आवक व बारिश के मद्देनजर बांध के गेट खोले गए। इससे पहले संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन, जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव के साथ ही माही विभाग के अधिकारी पहुंचे और माही माता मंदिर में पूजा-अर्चना की। गेट खुलने के साथ ही यहां सुरक्षा बढ़ा दी है। अस्थाई पुलिस चौकी से 24 घंटे निगरानी रहेगी। उल्लेखनीय है कि बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है।
26वीं बार गेट खुले
बांध का निर्माण 1983 में पूर्ण हुआ था। इसके बाद से सन 1984, 86, 88, 1990, 91, 93, 94, 96, 97, 98, 2003, 04, 06, 07, 2012, 13, 14, 15, 16, 17, 19, 2020, 21, 22 और 2023 में गेट खोले गए हैं। बुधवार को 26वां अवसर था जब गेट खोले गए।
बांध का निर्माण 1983 में पूर्ण हुआ था। इसके बाद से सन 1984, 86, 88, 1990, 91, 93, 94, 96, 97, 98, 2003, 04, 06, 07, 2012, 13, 14, 15, 16, 17, 19, 2020, 21, 22 और 2023 में गेट खोले गए हैं। बुधवार को 26वां अवसर था जब गेट खोले गए।
बांध खोलने से पहले बजाया था सायरन
सायरन बजाकर नदी के किनारे बसे लोगों को अलर्ट किया गया। ताकि वे नदी के बहाव क्षेत्र के नजदीक नहीं आएं। बांध में कुल 16 गेट हैं। राजस्थान के प्रमुख बांधों की खबरें यहां भी पढ़ें
सायरन बजाकर नदी के किनारे बसे लोगों को अलर्ट किया गया। ताकि वे नदी के बहाव क्षेत्र के नजदीक नहीं आएं। बांध में कुल 16 गेट हैं। राजस्थान के प्रमुख बांधों की खबरें यहां भी पढ़ें