भारतीय भाषाओं में हिंदी, कन्नड़, उर्दू, असमिया, अवधी, बंगाली, कश्मीरी, कुरुख, मलयालम, उडिय़ा, पंजाबी, राजस्थानी, संस्कृत, तमिल, टोडा और बंजारा भाषा-लामानी (लंवाडा) शामिल हैं। इस वर्ष भी फेस्टिवल की डेकोर थीम ‘उत्सव’ रखी गई है। फेेस्टिवल के पहले दिन की शुरुआत उद्घाटन समारोह से होगी, जिसमें उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी मुख्य अतिथि होंगी।
इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी का मुख्य संबोधन होगा। पहले दिन गुलजार, अमीश, रघुराम राजन, अजय जड़ेजा, चिन्ना बनर्जी दिवाकरनी, पवन के. वर्मा सहित कई प्रमुख वक्ता शिरकत करेंगे। फेस्टिवल के पहले दिन 40 सत्र होंगे, जो क्लाक्र्स के फ्रंट लॉन, बैठक, मुगल टेंट, चारबाग और दरबार हॉल में होंगे।