पीड़िता ने दूसरी सिम जारी होने से इनकार किया तो जालसाज ने मुम्बई पुलिस से बात करवाने की कहकर कॉल ट्रांसफर कर दी। दूसरी तरफ से कॉल रिसीव करने वाले ने अपना नाम विनय खन्ना बताया और कॉल काट दिया। तत्काल ही फिर दूसरे नंबर से कॉल आया। इस बार उसे स्काइप सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके बात करने को कहा। पीड़िता डर के मारे जैसा जालसाज कहते गए वैसा ही करती रही। कुछ देर बाद जालसाजों ने कहा कि उसके बैंक खाते से रिजर्व बैंक में वेरिफिकेशन के लिए 20 लाख रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। जालसाजों ने पीड़िता के खाते से 17 लाख रुपए ट्रांसफर कर कहा कि 6 से 8 घंटे में पैसा वापस बैंक खाते में आ जाएगा। लेकिन अभी तीन लाख रुपए भी जमा करवाने होंगे।
महिला मैनेजर ने बताया कि जालसाजों ने इस तरह बात की कि उन पर शक नहीं हुआ। वो जैसे कहते गए…वैसे करती गई। कमरे में खुद का बंद कर लिया। उनको पैसे देने के लिए एफडी तुड़वा दी। बाद में म्यूचुअल फंड भी बंद करवा रही थी। लेकिन मेरे घर वालों ने फोन कटवा दिया। इससे शेष राशि बच गई। घर वालों ने बीच में टोका तो उन्हें सीबीआइ वाले कुछ पूछताछ कर रहे हैं, यह कहकर चुप कर दिया और कमरे में बंद हो गई। पीड़िता ने इस संबंध में विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।