अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर चैतन्य रावत ने बताया कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है और उसकी देखभाल के लिए अनाथालय भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की उम्र कुछ घंटे ही है और उसके चेहरे पर मासूम मुस्कान थी, जिससे यह साफ था कि वह स्वस्थ है।
हालांकि, इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि यह मासूम बच्ची अस्पताल के पालने में कैसे पहुंची… कौन वह मां थी, जिसने अपनी नवजात बच्ची को इस हाल में छोड़ दिया… क्या यह एक कायरता थी या कोई मजबूरी… पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और वे बच्ची की पहचान और उसकी मां के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।