यात्रियों को सुकू न भरा सफर कराने वाली मेट्रो ट्रेन अब शॉर्ट फिल्म और लोकल एड में भी दिखाई देगी। इसके लिए मेट्रो ट्रेन प्रशासन की बीते तीन माह से एक्सरसाइज कर रहा था। बीते दो माह में आधा दर्जन से अधिक शूटिंग जयपुर मेट्रो में हो चुकी हैं। मेट्रो अधिकारियों की मानें तो यह अभी शुरुआती फेज है। इस वजह से शूट होने वाले प्रोग्राम की संख्या कम हो सकती है, लेकिन आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ेगी। एविवेटेड रोड के पास से पहाडिय़ों के साथ जो मेट्रो ट्रेन का व्यू आता है वो शायद ही देश की किसी और मेट्रो में देखने को मिले। करीब तीन माह पहले जयपुर मेट्रो निदेशक मंडल की 35 वीं बैठक में इस पर वितृत चर्चा की गई थी।
खाना-पान की सुविधा जल्द
यात्रियों के लिए मेट्रो स्टेशन पर जल्द ही खान-पान से लेकर खरीदारी की सुविधा मिल सकेगी। यह प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रही है। कुछ मेट्रो स्टेशन पर तो रेस्टोरेंट तक बनाया जाना प्रस्तावित है। वहीं छोटे स्टेशनों पर कियोस्क लगाकर यात्रियों को सुविधाएं देने की कोशिश मेट्रो प्रशासन की ओर से की जा रही है।
यात्रियों के लिए मेट्रो स्टेशन पर जल्द ही खान-पान से लेकर खरीदारी की सुविधा मिल सकेगी। यह प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रही है। कुछ मेट्रो स्टेशन पर तो रेस्टोरेंट तक बनाया जाना प्रस्तावित है। वहीं छोटे स्टेशनों पर कियोस्क लगाकर यात्रियों को सुविधाएं देने की कोशिश मेट्रो प्रशासन की ओर से की जा रही है।
इधर, समय पूरा और अब भी इंतजार
मेट्रो ट्रेन फेज-१बी का निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है। अगस्त तक परकोटा में मेट्रो ट्रेन शुरू होनी थी, लेकिन अब इसको बढ़ाकर नवम्बर कर दिया है। इधर, मौजूदा सरकार फेज-०१बी का उद्घाटन करना चाहती है। ऐसे में मेट्रो अधिकारियों पर जल्द से जल्द काम पूरा करने का दबाव है। सूत्रों की मानें तो बीते चांदपोल मेट्रो स्टेशन से छोटी चौपड़ तक ही मेट्रो के अधिकारी मौजूदा सरकार से उद्घाटन करवा सकते हैं। वहीं मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि यदि मौजूदा सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले छह महीने में गंभीरता दिखाई होती तो निर्माण कार्य समय से पूरा कर दिया जाता।
मेट्रो ट्रेन फेज-१बी का निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है। अगस्त तक परकोटा में मेट्रो ट्रेन शुरू होनी थी, लेकिन अब इसको बढ़ाकर नवम्बर कर दिया है। इधर, मौजूदा सरकार फेज-०१बी का उद्घाटन करना चाहती है। ऐसे में मेट्रो अधिकारियों पर जल्द से जल्द काम पूरा करने का दबाव है। सूत्रों की मानें तो बीते चांदपोल मेट्रो स्टेशन से छोटी चौपड़ तक ही मेट्रो के अधिकारी मौजूदा सरकार से उद्घाटन करवा सकते हैं। वहीं मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि यदि मौजूदा सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले छह महीने में गंभीरता दिखाई होती तो निर्माण कार्य समय से पूरा कर दिया जाता।